चुनावी बैतरणी में आखिर कैसे पार होगी कांग्रेस की नाव?

बाहरी प्रत्याशी के विरोध के बाद यूथ कांग्रेस का एक गुट पार्टी से नाराज

किच्छा। कहावतों में कहा जाता है कि चुनावी ऊंट आखिर कब किस करवट बैठेगा, यह समय पर निर्भर करता है। ऐसा ही कुछ माहौल चुनावी की घोषणा के साथ कांग्रेस पार्टी में देखने को मिल रहा है। घोषणा के साथ पार्टी का एक धड़ा लगातार बाहरी प्रत्याशी के नाम टिकट दिए जाने की बात पर विरोध करता आ रहा है, जिसको लेकर पार्टी के उच्च पदाधिकारियों के पहले ही पसीने छूटे हुए थे। ऐसे में चुनावी गर्मी के बीच पार्टी के यूथ कांग्रेस पदाधिकारी की नाराजगी के चलते कांग्रेस यूथ कांग्रेस पदाधिकारियों की चुनाव से दूरी चर्चा का विषय बनी हुई है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि आखिर शीर्ष नेतृत्व पदाधिकारियों में उपजी नाराजगी को दूर करने में कामयाब हो पाता है या नहीं।

विदित हो कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ विधानसभा सीट से पार्टी की ओर से अनेक दावेदारों ने अपनी अपनी दावेदारी पेष करते हुए पार्टी हाईकमान के समक्ष लम्बी लिस्ट पेष कर दी, जिसको लेकर पार्टी हाईकमान के बीच दावेदारो में से किसी एक प्रत्याषी को चुनावी मैदान में उतारे जाने को लेकर चिंता के बादल पहले ही गहराये हुए थे। ऐसे में प्रत्याषी की घोषणा से ठीक पहले युवा कांग्रेस नेता की नाराजगी के चलते यूथ पदाधिकारियों की चुनाव से दूरी की चर्चाओं ने पार्टी पदाधिकारियों के सामने मुश्किलें बढ़ा दी हैं।

बताते चलें कि पार्टी की ओर से टिकट फाइनल न होने के चलते चुनाव में उतरे प्रत्याशियों द्वारा निरंतर वरिष्ठ पदाधिकारियों की परिक्रमा का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे में यूथ पदाधिकारियों की अनदेखी करने को लेकर यूथ विंग पर नाराजगी बढ़ती जा रही है, जिसके बाद मतदान कुछ दिन दूर होने के बावजूद पार्टी के यूथ कार्यकर्ताओं को चुनावी कार्यक्रमों में शिरकत न करना ऐसी चर्चाओं को हवा देता देख रहा है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि शीर्ष नेतृत्व में आखिर पार्टी के यूथ कार्यकर्ताओं को मनाने में कितना सफल होता है।

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