गन्ने के खेत में मौजूद मादा तेंदुए की तलाश में खाक छानती रही हथिनी चंपाकली और जयमाला

  •  मंगलवार की देर शाम कांबिंग के दौरान ग्रामीणों गन्ने के खेत के समीप से पकड़ा गया था एक तेंदुए का शावक
  • लगभग 24 घंटे से वन विभाग की देखरेख में तेंदुए का शावक
  • मंगलवार की देर रात दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडे ने भी किया मजरा गांव का दौरा कर तेंदुए को पकड़ने के लिए बनाई वन विभाग की अलग-अलग टीमें
क़ुतुब अंसारी / ज़ैद खान
मिहींपुरवा (बहराइच) – कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के ककरहा रेंज अन्तर्गत जंगल के समीपवर्ती गांव में बीते एक माह से तेंदुए का आतंक है। तेंदुआ अब तक बालिका समेत तीन लोगों को निवाला बना चुका है। इसके चलते वन विभाग तीन दिन से दो हाथियों के द्वारा क्षेत्र की कांबिंग करवा रहा है। मंगलवार को दोपहर में कांबिंग के दौरान ललतूपुरवा गांव के निकट तेंदुए का एक शावक गन्ने के खेत से बाहर निकल आया। इस पर वनकर्मियों ने खेत को घेर लिया। लेकिन मादा तेंदुआ अपने दूसरे शावक के साथ घने गन्ने के खेत में चली गई। जिससे उसे नहीं पकड़ा जा सका था। ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए लगभग 3 माह का तेंदुए का शावक लगभग 24 घंटे से वन विभाग की देखरेख में है।
कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के ककरहा रेंज अंतर्गत गिरगिट्टी, मटियापुरवा, गूढ़ निबियागौढ़ी और मझरा आदि गांवों में बीते एक माह से तेंदुए का आतंक है। एक बालिका समेत तीन लोग तेंदुए का निवाला बन चुके हैं। इसको देखते हुए वन विभाग ने गांवों के निकट पिंजड़ा लगाने के बाद बीते शनिवार से गिरगिट्टी क्षेत्र में हथिनी जयमाला व चंपाकली के द्वारा कांबिंग तेज कर दी थी । मंगलवार दोपहर में वन क्षेत्राधिकारी मोहम्मद इरफान, डिप्टी रेंजर आरबी राव, वन रक्षक सुनील जायसवाल, अमर सिंह ,स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स के एस आई सतेंद्र कुमार सहित एसटीएफ के जवान जब टीम के साथ कांबिंग करते हुए गिरगिट्टी गांव के ललतूपुरवा गांव के निकट छोटेलाल के गन्ने के खेत के पास पहुंचे। तभी गन्ने के अंदर से एक शावक मेड़ पर पहुंच गया था। जिसे कमिंग टीम के साथ मौजूद ग्रामीणों ने पकड़ कर बन विभाग के हवाले कर दिया था।
तेंदुए के सवर के पकड़े जाने और मादा तेंदुए के गन्ने के खेत में उपस्थिति की सूचना पर मंगलवार की देर रात दुधवा टाइगर रिजर्व के फिल डायरेक्टर रमेश पांडे ने मजरा गांव पहुंच स्थिति का जायजा लिया। और मादा तेंदुए को पकड़ने के लिए कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के एसडीओ ए के पांडे की देखरेख में वन विभाग की कई टीमें गठित की।
तेंदुए को पकड़ने के लिए हथिनी जयमाला चंपाकली के साथ वन विभाग की टीम दूसरे दिन भी गन्ने के खेतों की खाक छानती रही। लेकिन बुधवार की देर शाम तक भी तेंदुए को पकड़ने में बनवा को सफलता नहीं मिल पाई।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें