
नई दिल्ली, 05 अप्रैल (हि.स.)। भारतीय वायुसेना ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान द्वारा पाकिस्तान के एफ-16 युद्धक विमान को मार गिराने पर अमेरिका के रक्षा अधिकारियों की ओर से प्रगट किए गए संदेह को खारिज कर दिया। वायुसेना का कहना है कि गत 27 फरवरी को युद्धक विमानों की मुठभेड़ के दौरान दो स्थानों पर विमान से पायलट बाहर आते हुए दिखाई दिए थे। दोनों स्थानों की दूरी करीब 10 किलोमीटर थी। जिसमें से एक विमान अमेरिका निर्मित पाकिस्तानी वायुसेना था और दूसरा विमान विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 बाइसन था।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका की एक पत्रिका ने दावा किया है कि पाकिस्तान के सभी एफ-16 लड़ाकू विमान सुरक्षित मौजूद हैं। पाकिस्तान ने यह विमान अमेरिका से इन शर्तों में खरीदे थे कि वह इनका इस्तेमाल किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं करेगा। भारत ने दावा किया था कि पुलवामा हमले के बाद भारत की कार्रवाई की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान ने एफ-16 का भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया था। अमेरिका की पत्रिका फॉरेन पॉलिसी ने अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि 27 फरवरी को भारत की ओर से एक अमेरिकी एफ-16 विमान को मार गिराने का दावा गलत हो सकता है।
वायुसेना ने एक वक्तव्य में कहा कि 26 फरवरी को बालाकोट में आतंकवादी शिविर पर भारतीय वायु सेना के हमले के बाद पाक ने 27 फरवरी को जवाबी कार्रवाई का प्रयास किया। भारतीय वायुसेना के राडार ने पाक वायु सेना के एफ-16, जेएफ-17एस और मिराज विमान के एक बड़े बेड़े को आते देखा। उन्हें आईएएफ सुखोई, मिराज और मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमानों ने ग्राउंड राडार और एडब्लुएसीएस की मदद से रोका। किसी भी लक्ष्य पर हमला करने के लिए पाक के सभी प्रयासों को भारतीय वायुसेना द्वारा विफल कर दिया गया था। हवाई हमले के दौरान वायुसेना के एक मिग-21 ने नोहशेरा सेक्टर में एक एफ-16 को निशाना बनाया।