गाजा में भारतीय मूल के इजराइली सैनिक की मौत, हमास के खिलाफ लड़ रहा था युद्ध

इजरायल और हमास में जारी जंग के बीच गाजा में भारतीय मूल का एक 20 वर्षीय इजरायली सैनिक भी मारा गया है। भारतीय समुदाय के सदस्यों और डिमोना शहर के मेयर ने बुधवार को यह जानकारी दी। 20 वर्षीय की सैनिक की पहचान स्टाफ सर्जेंट हलेल सोलोमन के रूप में हुई है जो दक्षिण इजराइल के डिमोना शहर से ताल्लुक रखते थे।

हमास को खत्म करने के मकसद से इजराइली सेना गाजा में ग्राउंड ऑपरेशन चला रही है। इस दौरान बुधवार को हमास लड़कों से लड़ते हुए एक भारतीय मूल के इजराइली सैनिक की मौत हो गई। मारे गए सैनिक का नाम स्टाफ सार्जेंट हलेल सोलोमन बताया जा रहा है।

हलेल इजराइल के डिमोना इलाके से थे। इस जगह में काफी भारतीय मूल के लोग रहते हैं इसलिए इसे लिटिल इंडिया भी कहा जाता है। डिमोना के मेयर बेनी बिट्टन ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर हलेल की मौत की जानकारी दी। वहीं, डिमोना में भारतीय मूल के लोगों ने भी हलेल की मौत पर दुख जताते हुए कहा कि उसने इजराइल के अस्तित्व को बचाने के लिए जान दी है।

वहीं, बुधवार को IDF ने दावा किया कि उन्होंने देर रात हमास का फर्स्ट लाइन ऑफ डिफेंस यानी सुरक्षा का पहला घेरा तोड़ दिया और गाजा शहर में एंट्री कर ली। वहीं, गाजा में घुसपैठ के बाद से 16 इजराइली सैनिकों की मौत हुई है।

हमास का एंटी टैंक मिसाइल कमांडर ढेर

इजराइली सेना ने बताया है कि सेना ने फाइटर जेट से किए हमले में हमास के एंटी-टैंक मिसाइल सिस्टम के कमांडर मुहम्मद अत्जर को मार गिराया है। वहीं, इजराइल ने गाजा के सबसे बड़े जबालिया रिफ्यूजी कैंप पर बुधवार को दूसरा हमला किया।

हमास के कंट्रोल वाली गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने बताया कि इन हमलों में करीब 195 लोगों की मौत हुई है, जबकि 777 लोग घायल हुए। इसके अलावा करीब 120 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।

इजराइल ने जबालिया रिफ्यूजी कैंप पर पहला हमला मंगलवार देर रात किया था। गाजा के जबालिया क्षेत्र में मौजूद शरणार्थी शिविर करीब 1.4 स्क्वायर किमी के इलाके में फैला है। हमले से पहले यहां करीब 1.16 लाख लोगों ने पनाह ले रखी थी।

हमास अस्पतालों से फ्यूल चुरा रहा

हमास गाजा के अस्पतालों से फ्यूल चुरा रहा है। इजराइल ने इससे जुड़े सबूत होने की भी बात की। दरअसल, इजराइली सेना ने एक ऑडियो जारी किया, जिसमें हमास की वेस्ट जबालिया ब्रिगेड का कमांडर, इंडोनेशियन अस्पताल के हेड और एक आम फिलिस्तीनी बात करते सुनाई दे रहे हैं।

इस ऑडियो में तीनों लोग अस्पताल से हमास के फ्यूल लेने से जुड़ी बात करते हैं। इस दौरान फिलिस्तीनी हमास लड़ाकों से पहले मरीजों के लिए फ्यूल भरने की अपील करता है। ऑडियो में फिलिस्तीनी ने कहा- अस्पताल में लोग हम पर निर्भर हैं। उन्हें इसकी जरूरत है। इस पर हमास कमांडर फ्यूल से जुड़ी दिक्कतें खत्म करने का जिक्र करता है और रिकॉर्डिंग यहीं खत्म हो जाती है।

361 विदेशी नागरिक गाजा से मिस्र पहुंचे

बुधवार को गाजा में फंसे विदेशी नागरिकों और घायल फिलिस्तीनियों को राफा बॉर्डर पार करके मिस्र जाने की इजाजत मिली। मिस्र के स्टेट मीडिया अल-काहिरा के मुताबिक, रात तक करीब 361 विदेशी नागरिक और 45 घायल फिलिस्तीनी राफा बॉर्डर पार कर पाए।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा से विदेशी लोगों को निकालने के लिए मंगलवार को इजिप्ट, इजराइल, अमेरिका, कतर और हमास के बीच डील हुई थी। इसके बाद विदेशी नागरिकों के इजिप्ट पहुंचने पर राष्ट्रपति बाइडेन ने इन देशों को धन्यवाद भी कहा।

बाइडेन बोले- मानवीय संकट को देख कुछ दिन रोकनी चाहिए जंग

अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन ने जंग को मानवीय संकट कम करने के लिए कुछ समय तक रोकने का समर्थन किया है। बुधवार को मिनियापोलिस में चुनाव कैंपेन से जुड़े एक इवेंट में बाइडेन के सामने गाजा में जंग रोकने के लिए प्रदर्शन किया गया। इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने उनसे इस पर सवाल किया।

बाइडेन ने जवाब दिया कि मानवीय कारणों से जंग को कुछ समय के लिए रोका जा सकता है। ऐसे करने से इजराइली बंधकों को छुड़ाने में भी मदद मिलेगी।

इजराइल बोला- लेबनान से एंटी टैंक मिसाइल दागी गई

लेबनान से भी इजराइल पर हमले तेज हो गए हैं। बुधवार को इजराइली सेना ने कहा- लेबनान से हमारे देश पर एंटी टैंक मिसाइल दागी जा रहीं हैं। हमने हमलों को नाकाम करते हुए, जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।

इस बीच, इजराइल ने अपने देश में बेघर हुए लोगों के लिए हेल्पलाइन शुरू की है। इजराइल’ के मुताबिक- अब तक करीब 2 लाख इजराइली नागरिकों को अपना घर छोड़कर अलग-अलग जगहों पर रहना पड़ रहा है।

जंग से जुड़े अहम अपडेट्स

UAE के राष्ट्रपति ने घोषणा की है कि अबु धाबी के अस्पतालों में परिवार के साथ एक हजार फिलिस्तीनी बच्चों का इलाज होगा।
इजराइल के मुताबिक, इजराइली संसद नीसेट में 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमलों का वीडियो दिखाया गया।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन 3 नवंबर को फिर से इजराइल दौरे पर जाएंगे। वो इजराइल की टॉप लीडरशिप से सीजफायर के बारे में बात कर सकते हैं।
इजराइल ने लाल सागर में मिसाइल बोट्स तैनात कर दी हैं। इजराइली सेना ने कहा- शक है कि ऐलत समेत कुछ शहरों पर हवाई हमले हो सकते हैं।
लेबनान के केयरटेकर प्राइम मिनिस्टर नजीब मिकाती ने गाजा में पांच दिन के सीजफायर की मांग की है। उन्होंने कहा- हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं

इजराइल ने अमेरिका की मांग ठुकराई

इजराइल के फाइनेंस मिनिस्टर बेजलेल स्मोट्रिच ने अमेरिका की उस मांग को ठुकरा दिया है, जिसमें बाइडेन एडमिनिस्ट्रेशन ने फिलिस्तीन अथॉरिटी को फंड जारी करने की मांग की थी। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में स्मोट्रिच ने कहा- हमारे बहादुर सैनिक और बेकसूर नागरिक मारे जा रहे हैं। ऐसे वक्त में हम उन लोगों को फंड्स कैसे रिलीज कर सकते हैं।

स्मोट्रिच ने कहा- पहले हम यह गलती कर चुके हैं, लेकिन इसको दोहराया नहीं जाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं है कि फिलिस्तीन की तरफ से हमास को समर्थन मिलता है। आने वाले वक्त में हम फिलिस्तीन को लेकर भी अपनी पॉलिसी बदलेंगे। इजराइली सरकार फिलिस्तीन से टैक्स वसूली करती है और उसमें से पानी और बिजली का बिल काटकर जरूरी फंड फिलिस्तीन को सौंप देती है।

हमास बोला- कुछ विदेशी नागरिकों को जल्द रिहा करेंगे

हमास की आर्म्ड विंग ने घोषणा की कि वो आने वाले दिनों में कुछ और बंधक बनाए गए विदेशी नागरिकों को रिहा करेगा। साथ ही हमास के कासिम ब्रिगेड के प्रवक्ता अबु ओबैदा ने कहा कि वो गाजा को दुश्मनों की सेना और राजनेताओं के कब्रिस्तान में बदल देंगे। हमास अब तक बंधक बनाए गए 4 नागरिकों को रिहा कर चुका है। इनमें से 2 अमेरिकी और 2 इजराइली नागरिक हैं।

‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’

हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।

इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद

मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।

गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।

अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली पुलिस ने नमाजियों को गिरफ्तार किया; हमास ने कहा- कीमत चुकानी पड़ेगी

​​​​​​इजराइल में यरुशलम के अल-अक्सा मस्जिद में पुलिस और फिलिस्तीनियों की बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया और उन पर पवित्र मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक, कुछ फिलिस्तीनियों ने खुद को पटाखों, लाठी और पत्थरों के साथ मस्जिद में बंद कर लिया था और बाहर बैरिकेडिंग लगा दी थी।

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