गुरुग्राम । कोरोना वायरस को लेकर चीन समेत दुनिया के तमाम देशों में हड़कंप मचा हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी कोरोनो वायरस की समीक्षा में जुटे हुए हैं।
खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन बैठकों के जरिये समीक्षा कर रहे हैं लेकिन नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) प्रशिक्षण केंद्र, मानेसर स्थित सेना के जांच शिविर में रखे गए भारतीय छात्र कोरोना वायरस से न तो डरे हुए हैं और न ही जांच के प्रति गंभीर हैं। छात्रों में कोरोना वायरस की जगह ‘डांस वायरस’ मिले हैं। सेना के जांच केंद्र विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में रखे गए 220 छात्रों का डांस वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो के वायरल होने से सेना के जांच केंद्र में हड़कंप मचा हुआ है। जांच शिविर से वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया और सेना के चिकित्सक भी प्रबंध में जुट गए।
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— Dhananjay kumar (@dhananjaypro) February 2, 2020
रविवार को मानेसर स्थित सेना के जांच शिविर में लाए गए चीन से लौटे भारतीय छात्रों का डांस करने का वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में भारतीय छात्रों ने हरियाणवीं गानों पर जमकर मस्ती की। “ब्याह दी अनपढ़ हाली कै…” हरियाणवी गाने पर छात्र जमकर थिरके।
गौरतलब है कि चीन से लौटे 324 भारतीय नागरिकों में 220 को मानेसर स्थित सेना के जांच शिविर में रखा गया है। यहां पर सेना के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम चीन से लौटने वाले छात्रों की स्क्रीनिंग में जुटी हुई है। शिविर केंद्र में पहुंचने वाले छात्रों को तीन समूह में बांटा जाएगा। सबसे संदिग्ध बुखार, जुकाम या फिर सांस संबंधी समस्या वाले छात्रों को रखा जाएगा। दूसरे समूह में क्लोज कांटेक्ट समूह में हर उस छात्र की जांच की जाएगी, जिसने पिछले 14 दिनों के दौरान चीन में किसी समुद्री खाद्य पदार्थ, स्वास्थ्य सेवा व पशु बाजार में हिस्सा लिया होगा और तीसरे में कोरोना वायरस के लक्षणों से ग्रसित किसी चीनी नागरिक से संपर्क स्थापित किया होगा। पांच वार्ड में 50-50 छात्रों के रहने की व्यवस्था की गई है।
शिविर केंद्रों में मौजूद चिकित्सा स्टाफ सहित हर व्यक्ति को मॉस्क, आई शील्ड, शू-कवर, गाउन और दस्ताने पहनने की हिदायत जारी की गई थी। इस बीच शिविर केंद्र से डांस का वीडियो वायरल होने से स्पष्ट हो गया है कि ये छात्र इन हिदायतों से बेपरवाह हैं और अपनी मस्ती में हैं। यहां पर सेना के विशेषज्ञ चिकित्सकों की 14 दिन की निगरानी में रहने के बाद ही छात्रों को उनके घर भेजा जाएगा।
हालांकि जिले का स्वास्थ्य विभाग वायरल वीडियो को लेकर गंभीर नहीं है। विभाग के सिविल सर्जन ने वायरल वीडियाे पर कहा कि यह नार्मल प्रक्रिया है। छात्र खुशियां मना रहे हैं, अच्छी बात है। छात्र चीन से मानसिक तनाव के माहौल से लौटे हैं।