कमलनाथ के हाथ मध्य प्रदेश की कमान, 18वें मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ

भोपाल । सोमवार को कमलनाथ ने मध्य प्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। जंबूरी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।
भोपाल के जम्बूरी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, मल्लिकार्जुन खडगे, चंद्रबाबू नायडू, शरद पवार सहित यूपीए के कई दिग्गज मौजूद रहे। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे। शपथ ग्रहण समारोह से पहले सर्वधर्म प्रार्थना की गई। उसके बाद राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई। राहुल गांधी और मुख्यमंत्री कमलनाथ ने समारोह में मौजूद लोगों का अभिवादन किया।

कमलनाथ के शपथग्रहण पर कैलाश विजयवर्गीय ने कसा तंज

। समूची कांग्रेस जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथग्रहण का जश्न मना रही है, वहीं भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कमलनाथ पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि संजय गांधी के एक दोस्त को जहां आज ही सजा सुनाई गई है, वहीं दूसरा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहा है।
1984 के सिख दंगों के आरोपी सज्जन कुमार को दिल्ली हाईकोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। हाईकोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बदल दिया है, जिसमें उन्हें बरी कर दिया गया था। इसे प्रदेश के नए मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथग्रहण से जोड़ने हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ट्विटर के जरिए तंज कसा है। उन्होंने लिखा है- कैसा संयोग है… स्वर्गीय संजय गांधी के एक दोस्त को 84 के दंगों में आज उम्रकैद हो गई… और दूसरा दोस्त आज ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहा है! वहीं, कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को सजा सुनाए जाने के मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा है-कर्म किसी का पीछा नहीं छोड़ते।

कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई करे कांग्रेस : जावड़ेकर

पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद सिक्खों के हुये सामूहिक कत्लेआम के आरोप में दोषी पाए गए सज्जन कुमार को आज उम्र कैद की सजा सुनाये जाने के बाद केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने मध्य प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ कांग्रेस से कार्रवाई करने की मांग की।
जावड़ेकर ने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि कमलनाथ का नाम 1984 में सिक्खों के हुए सामूहिक हत्याकांड में आ रहा है। दुख की बात यह है कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी एक तरह से दंगाइयों का यह कहकर समर्थन किया था कि बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। उस दंगे में कमलनाथ का नाम आ जाने के कारण अब यह कांग्रेस के लिए जरूरी हो गया है कि वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई करे। केवल नैतिकता की बात करने से काम नहीं चलता नैतिकता आचरण में दिखनी भी चाहिए।
उनका कहना था कि राजीव गांधी के कथन से दंगाइयों को बल मिला था और निर्दोष सिक्खों पर हमले तेज हो गये थे। कमलनाथ पर भी दंगा भड़काने का आरोप है, इसलिये उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिये।

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