कानपुर : केडीए की बड़ी कार्यवाही, तीन अवैध बिल्डिंगे सील

कानपुर। हिंसा प्रभावित क्षेत्र में केडीए ने बड़ी कार्यवाही करते हुये दो बिल्डिंगें सील कर दी हैं। वही, तीसरी बिल्डिंग इस बिल्डर की चकेरी वाजिदपुर में सील की गई है।हिंसा व पथराव के दिन चंदेश्वर हाते को निशाना बनाने और हाते में चौतरफा हमले सड़क और पीछे बड़ी इमारतों से पथराव करना। हाते के लोगों ने शिकायत की इमारतों से ही दंगाइयों ने पथराव और बमबाजी की थी। जिला प्रशासन ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच का आदेश दिया था। जांच में सामने आया कि इलाके में ताबड़तोड़ अवैध निर्माण किया जा रहा है।

परेड में सलीम नामक बिल्डर पर कार्यवाही के तहत उसने 60 वर्ग गज जमीन पर बगैर अनुमति के बेसमेंट खोद दिया। इतना ही नहीं बगैर नक्शे के पांच मंजिल की इमारत खड़ी कर दी। नोटिस देने के बाद भी अवैध निर्माण बदस्तूर जारी रहा। इस पर रविवार को केडीए के अवर अभियंता टीम के साथ पहुंचे और बिल्डिंग को सील कर दिया। इसके बाद केडीए की टीम ने चमनगंज में एचएस मलिक के 150 वर्गगज जमीन पर अवैध निर्माण चल रहा था। यहां भी जांच के दौरान पाया गया कि बगैर अनुमति बेसमेंट खोद डाला और दो मंजिल इमारत खड़ी कर दी। जांच के बाद केडीए के अफसरों ने इस भवन को भी सील कर दिया। वहीं, तीसरी बिल्डिंग केडीए के अफसरों ने चकेरी जाजमऊ के वाजिदपुर में सील की है। इस बिल्डिंग को भी मानकों के विपरीत बनाया जा रहा था। केडीए के प्रवर्तन जोन-1 ने यह कार्रवाई की है।

चंद्रेश्वर हाते के चौतरफा ऊंची इमारते बनी हैं। इलाके के लोगों ने बताया था कि हिंसा के दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने ऊंची इमारतों से पेट्रोल बम और पथराव किया था। इससे एक दर्जन से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इतना ही नहीं हिंसा के दौरान ऊंची इमारतों से ही भीड़ को टारगेट करते हैं। केडीए के अफसरों ने जांच की तो पाया गया कि इलाके में 80 फीसदी अवैध और बगैर नक्शे की इमारतें बनी हैं। इसी के चलते तेजी से कार्रवाई शुरू की है ।

केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि हिंसा प्रभावित मुस्लिम क्षेत्र में मानक के खिलाफ बिल्डिंगों का निर्माण हुआ। अब तक की जांच के दौरान करीब दो सौ भवन में अवैध निर्माण सामने आया है। जल्द ही इन सभी भवनों को नोटिस जारी करके कार्रवाई की जाएगी।

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