कानपुर : -केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वर्चुअल माध्यम से किया सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन

कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज के सभागार में सांसद, विधायक व सभी फैकल्टी सदस्यो की उपस्थिति में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने वर्चुल माध्यम से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के संचालित हो जाने के बाद कानपुर समेत आस पास के 18 जिलों के मरीजों को लाभ मिलेगा। जो मोदी और योगी की महत्वकांक्षा योजना है। इसके उपरान्त प्राचार्य डॉक्टर संजय काला, सांसद देवेन्द्र सिंह भोल, विधायिका नीलिमा कटियार ने दीप प्रज्जवलन कर समारोह का उद्घाटन मंच से किया।

वर्ष 2019 में जीएसवीएम मेडिकल कालेज से सम्बंद्ध हैलट अस्पताल में 200 करोड की लागत से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की आधरशिला रखी गई थी। जिसमे 120 करोड़ केंद्र सरकार और 80 करोड़ राज्य सरकार से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनकर तैयार हुआ। यह 240 बेड का हॉस्पिटल पीजीआई के रूप में बनाया गया। अस्पताल 30 बेड की इमरजेंसी बनाई गई। इसके साथ ही न्यूरोलॉजी गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंडोक्राइन लॉजी यूरोलॉजी नेफ्रोलॉजी पेन मेडिसिन एवं रेडियोलॉजी विभाग स्थापित किए गए हैं।

वह आठ मॉड्यूलर ओटी ऑपरेशन थिएटर के साथ 03 टेस्ला एमआरआई मशीन एवं 128 स्लाइस सिटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है।इसके साथ ही अस्पताल में 20000 किलो लीटर का ऑक्सीजन टैंक भी  लगाया गया है ताकि ऑक्सीजन की कमी किसी तरह से ना हो। बिजली की निर्बाध सुविधा के लिए 750 केवीए का जनरेटर भी अस्पताल में लगाया गया है। इस तरह से सुपर स्पेशिलिटी पूरी तरह से हाईटेक है जिसमें लगभग 12 विभाग एक साथ कार्य करेंगे।

दोपहर डेढ़ बजे केन्द्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण एवं रसायन उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया आन लाइन जुडे और उन्होंने बटन दबा कर सुपर  स्पेशलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। इस मौके पर केन्द्रीय मंत्री ने बताया कि 10 वर्ष पूर्व जिन सुविधाओ को हर वर्ग को मिलना चाहिए था वह नही मिल पा रही थी।

मोदी योगी की सरकार ने इन 10 वर्षो में कई मेडिकल कालेज, एम्स का निर्माण करवाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहला अखिल भारतीय वाक् एवं श्रवण संस्थान(एआईआईएसएच) की आधार शिला भी रखी गई। उन्होंने कहा कि अभी तक एआईआईएसएच संस्थान केवल मैसूर में था। अब शहर में भी यह संस्था जल्द काम करेगी। अभी तक जिन मूक बधिर बच्चों के इलाज के लिए लोगो को दूरदराज जाकर इलाज कराना पडता था। उसे अब शहर में बेहतर इलाज मिलेगा जिसके लिए सरकार पूरी तरह आम समाज की समस्या के साथ है। वर्चुल उद्घाटन के दौरान प्रदेश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री एम पी सिंह बधेल, प्रमुख सचिव पार्थ सारथीसेन शर्मा रहे।

वही उद्घाटन के दौरान मुख्य रूप से संघ प्रचारक श्रीराम, उप प्राचार्य डॉक्टर रिचा गिरी, प्रमुख अधीक्षक डॉक्टर आर.के सिंह, कैम्प प्रभारी डॉक्टर अनुराग रजौरिया, मीडिया प्रभारी डॉक्टर सीमा द्विवेदी, स्त्री रोग विभागध्यक्ष डॉक्टर नीना गुप्ता, पूर्व प्राचार्य डॉक्टर आरती लाल चंदानी, डॉक्टर  नवनीत कुमार सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के  प्रभारी डॉक्टर मनीष सिंह, डॉक्टर चयनिका काला, डॉक्टर आलोक गुप्ता, डॉक्टर  महेंद्र सिंह, बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर अरुण कुमार आर्या, डॉक्टर यशवंत राव, डॉक्टर जे.एस.कुशवाहा, डॉक्टर अमितेश यादव,  मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल से वरि. चिकित्सक डॉक्टर  आनन्द कुमार, मुरारी लाल के विभागाध्यक्ष डॉक्टर संजय वर्मा , मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर धनजय चौधरी, सीएमएस मुरारी लाल चेस्ट डॉक्टर एस.के.सिंह, डॉक्टर  वी.पी. प्रियदर्शी, डॉक्टर सौरभ अग्रवाल, डॉक्टर  एमपी सिंह समेत सभी मेडिकल छात्र-छात्राएं उपस्थित रही।

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