“महिला आरक्षण विधेयक पर महिलाओं के साथ के कविता का जश्न, उनका संघर्ष लाया रंग”
भास्कर समाचार सेवा
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नई दिल्ली/ हैदराबाद। संसद में ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पेश होने के बाद बीआरएस नेता व एमएलसी कल्वाकुंतला कविता ने खुशी जाहिर की है उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक का संसद में आना देश की हर महिला के लिए एक अद्भुत उपलब्धि है। चूंकि सत्तारूढ़ भाजपा के पास लोकसभा में स्पष्ट बहुमत है, इसलिए उम्मीद है कि यह विधेयक बिना किसी बाधा के आसानी से पारित हो जाएगा। “चूंकि महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश होने गया है, यह हमारे देश की प्रत्येक महिला के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है। इस अवसर पर, मैं हमारे देश के सभी नागरिकों को शुभकामनाएं देती हूं। चूंकि सत्तारूढ़ दल के पास स्पष्ट बहुमत है लोकसभा में इस बिल का पारित होना बिना किसी बाधा के सुचारू रूप से होना चाहिए। बीजेपी ने महिला आरक्षण बिल को 2014 और 2019 के चुनावी घोषणापत्र में शामिल किया था। इसे कायम रखने के लिए केवल राजनीतिक इच्छाशक्ति ही पर्याप्त नहीं है। हालाँकि, अब समय आ गया है कि देश में महिलाएं राजनीति में केंद्र में आएँ। यह हमारे लोकतंत्र को मजबूत करने और विभाजित करने में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है। हालांकि उनका मानना है कि अभी इसके सभी पहलुओं को देखना और परखना बाकी है। श्रीमती कविता ने बिल पेश होने की संसदीय कार्यवाही का सीधा प्रसारण महिला साथियों के साथ देखा।
“महिला आरक्षण विधेयक के साथ जुड़ गया के कविता का नाम”
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महिला आरक्षण विधेयक ने आज पहले पायदान पर क़दम रखते हुए कानून बनने की दिशा में अपनी यात्रा आरंभ कर दी। आज से 27 साल पहले केन्द्र की देवेगौड़ा सरकार ने इसे पहली बार संसद में पेश किया था। अब
संसद के दोनों सदनों के बहुमत परीक्षण से गुजरने के बाद देश की राष्ट्रपति इस पर कानून की मुहर लगा देंगी। लेकिन जब भी इसके इतिहास और संघर्ष का जिक्र होगा तब तब बीआरएस की तेजतर्रार नेता व पूर्व सांसद के कविता का नाम इसके साथ अवश्य लिया जाएगा। सड़क से लेकर संसद तक और जंतर-मंतर से लेकर सभी दलों के नेताओं को लिखे पत्र तक उनका वर्षों का संघर्ष अविस्मरणीय रहेगा। के कविता ने संसद और विधानसभाओं में महिलाओं के जनप्रतिनिधित्व को लेकर अनेकों बार संसद में आवाज उठाई। जंतर-मंतर मंतर पर कड़कड़ाती सर्दियों में धरना-प्रदर्शन किया और हाल ही में 47 दरों के नेताओं को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर महिला आरक्षण विधेयक का समर्थन करने की भावुक अपील की। जैसे ही केन्द्रीय मंत्रीमंडल के अनुमोदन की खबर फैली तो
हैदराबाद में आधी रात को ही बड़ी संख्या में महिलाएं के कविता से मिलने पहुंच गईं। देखते ही देखते पूरा आकाश हर्षोल्लास और आतिशबाज़ी के रंग से रंग गया। के कविता ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आधी आबादी का संघर्ष का पहला चरण आज पूरा हुआ। नारी सशक्तिकरण में महिला आरक्षण मील का पत्थर साबित होगा। क्योंकि अब नारी के हाथ में नारी के लिए कानून शक्ति आ जाएगी।