लखीमपुर : खनन माफियाओं के सामने नतमस्तक होता दिखाई दे रहा प्रशासन

पसगवा खीरी। प्रशासन भले ही अवैध खनन पर रोक लगाने का दावा करे लेकिन खनन माफियाओं पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। खनन रोकना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। पहले तो ग्रामीणों का कहना था की रात में खनन होता है लेकिन अब ग्रामीणों का कहना है कि दिन में भी खनन हो रहा है।

पूरे दिन सड़कों मिट्टी ले जाते डंपर ट्रैक्टर ट्राली देखी जा सकती हैं। सूत्रों के मुताबिक पसगवा कोतवाली के अंतर्गत पिछले काफी दिनों से लगातार अवैध तरीके से मिट्टी का खनन किया जा रहा है जिस पर शासन प्रशासन कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहा है। नाम न छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने बताया है कि पसगवा कोतवाली के अंतर्गत मुल्लापुर में इन दिनों मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है मिट्टी को अजबापुर चीनी मिल में ले जाया जा रहा है।

जोरों शोर से चल रहा अवैध खनन

क्षेत्र मे अवैध खनन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। खनन माफिया छोटे बड़े वाहनों का प्रयोग कर रहे हैंए तेज गति से यह खनन माफियाओं के ट्रैक्टर ट्राली सड़कों पर चलते हैं जिससे आए दिन कोई बड़ा हादसा भी हो सकता है। कुछ दिन पहले नायब तहसीलदार हर्ष निशांत ने उचौलिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक जेसीबी दो डंपर सीज किए थे इसके बावजूद भी इस कार्रवाई का खनन माफिया के ऊपर कोई भी फर्क नहीं पड़ा। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन खनन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।

ग्रामीणों का कहना है कि सुबह 8 बजे बहादुरगंज में डंपर द्वारा मिट्टी उचौलिया की तरफ ले जाए जा रही थी । सूत्रों की माने तो पुलिस चौकी के भी सामने से खनन माफिया के वाहन मिट्टी भरकर निकलते हैं लेकिन नजरअंदाज कर दिया जाता है। इन खनन माफियाओं के सामने प्रशासन नतमस्तक होता दिखाई दे रहा है। यही सब जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रही है। इसके बावजूद खनन विभाग सबकुछ जानकर अनजान बना हुआ है। इससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है साथ ही साथ अवैध खनन के लिए भी पसगवा क्षेत्र बदनाम है।

वर्जन ….
इस संबंध में एसडीएम मोहम्मदी अवनीश कुमार से जानकारी लेने पर उन्होंने बताया है कि मुझे खनन की कोई जानकारी नहीं है अगर अवैध मिट्टी का खनन हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी‌।

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