लखीमपुर : अधीक्षक से लेकर एसीएमओ तक नहीं कर पाए कार्यवाही, अवैध अस्पतालों पर संरक्षण मजबूत

दैनिक भास्कर ब्यूरो ,

लखीमपुर खीरी। जब कार्यवाही करने वाले ही कुंभकरणीय निद्रा में सो जाए तो क्षेत्र में अवैध काम करने वालों का बोलबाला हो जाता है। संपूर्ण जिले में शासन के निर्देशानुसार जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जिले के सभी क्षेत्रों में अवैध रूप से संचालित अस्पतालो को एक सिरे से सीज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था जिसका लगभग जिले के तमाम क्षेत्रों में काफी असर देखने को मिला वही जिले के गोला तहसील क्षेत्र अंतर्गत इस आदेश का कोई असर नहीं रहा। फर्जी अस्पतालों पर कार्रवाई करने का आदेश धरातल पर पूरी तरह विफल हो गया। पिछले कई वर्षों से सीएससी गोला में तैनात डॉक्टर गणेश की कार्यशैली क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। 

नगर मे अवैध अस्पताल का सीज होना और कुछ दिनों में चोरी छुपे खुला जाना नगर क्षेत्र में बहुत ही सामान्य हो गया है। बिना डिग्री अपने आप को कथित रूप से डॉक्टर बताने वाले अवैध अस्पताल के संचालकों की मनमानी की वजह से नगर के ठीक-ठाक अस्पताल और डॉक्टर पर भी जनता का विश्वास उठना शुरू हो गया है। 

रिपोर्ट में हेर फेर कर मरीजो से वसूल रहे पचासों हजार –

बता दे मौसम बदलने के चलते तमाम बीमारी जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया इत्यादि लोगों में फैल रही है जिसके चलते लोगों को वायरल फीवर हो रहा है ऐसी स्थिति में जब नगर वासी अज्ञानता वश फर्जी अस्पताल और कथित डॉक्टर के हत्थे चढ़ जाते हैं तो उनकी जांच करवाकर जांच रिपोर्ट में प्लेटलेट्स कम करवाना जैसा हेर फेर करवा कर अपने अस्पताल में भर्ती कर 50000 रुपए लूटने का काम किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो इसके एवज मे नगर मे संचालित तमाम फर्जी डायग्नोस्टिक सेंटर को मोटा कमीशन दिया जाता है।

आशा बहुएं पहुंचाती है फर्जी अस्पताल में डिलीवरी के केस –

नगर में संचालित बोर्ड और बिना बोर्ड वाले फर्जी अस्पताल आशा बहूओ से सांठ गांठ कर डिलीवरी के लिए प्रसुताओं को अपने अस्पताल बुला लेते हैं। सूत्र बताते हैं कि इसके एवरेज में आशा बहूओ को मोटा कमीशन मिलता है। यदि आशा बहुएं डिलीवरी के लिए प्रसूताओं को सरकारी केंद्र ले जाती हैं तो उनको लगभग 300 से ₹500 मिलता है वही अवैध प्राइवेट अस्पताल में ले जाने पर अस्पताल मालिक द्वारा 8 से ₹10000 तक मिलता है।

नगर में संचालित कई दर्जनों की संख्या में अस्पताल –

वेदांता हॉस्पिटल, शिव शंकर हॉस्पिटल, रूद्र हॉस्पिटल, नीलकंठ हॉस्पिटल, ग्लोबल हॉस्पिटल, रीजेंट पैथोलॉजी, स्टार पैथोलॉजी, शारदा डायग्नोस्टिक सेंटर, जीवन रेखा हॉस्पिटल, जीवन डायग्नोस्टिक सेंटर, समेत अन्य कई दर्जनों की संख्या में गोला नगर में हॉस्पिटल, व डायग्नोस्टिक सेंटर संचालित है जिनकी जांच करवाई जाए तो कई अस्पताल अवैध संचालित मिलना तय है।

क्या बोले जिम्मेदार –

अभी जन जाति गौरव विकास यात्रा शुरू हो चुकी है उसमें कई अधिकारी व्यस्त हो गए हैं, फिर भी जैसे-जैसे समय मिलता रहेगा अभियान शुरू रहेगा। गोला क्षेत्र में कई शिकायत आ रही है जल्द ही जिले से टीम बनाकर जांच के लिए भेजी जाएगी जिससे कि अवैध संचालित अस्पतालों पर कार्रवाई की जा सके।

संतोष गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी [ लखीमपुर खीरी ]

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें