रिम्स में चाय के टेबल पर लालू का सियासी खेल, जानिए किसे पार्टी का देंगे टिकट किसे नहीं

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चुनाव आयोग आगामी लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने के लिए तैयार है। आयोग दिल्ली के विज्ञान भवन में आज शाम 5 बजे पोल पैनल प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगा। वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग अगर आज चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा करता है तो इसके साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। अन्य बातों के अलावा यह आदर्श आचार संहिता सरकार को नीतिगत निर्णयों की घोषणा करने से रोकती है।

इस बीच एक बड़ी खबर ये भी आ रही है. रिम्स में शनिवार को लालू का सियासी दरबार लगा. सेहत के बहाने सीट शेयरिंग को साधने की सियासत हुई. रिम्स के पेइंग वार्ड में कई नेता पहुंचे. महागठबंधन के गांठ को मजबूत बनाने की कवायद हो रही है. लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शारद यादव, भाकपा पार्टी से हजारीबाग के पूर्व सांसद रहे भुनेश्वर मेहता और मोतिहारी से अपनी दावेदारी पेश करने के लिए महाराज साहनी ने लालू दरबार में हाजरी लगाया.

दरअसल, चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता आरजेडी सुप्रीमो से जेल मैनुअल के अनुसार तीन लोग मुलाकात कर सकते हैं. इसी कड़ी में शनिवार को लोकतांत्रिक जनता दल के संरक्षक शरद यादव ने सबसे पहले राजद सुप्रीमो से मुलाकात की. लालू से मिलकर लौटने के बाद शरद यादव ने कहा कि लालू के स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए यहां आया हूं. उन्होंने कहा कि देशभर के गठबंधन की बातचीत भी राजद सुप्रीमो से हुई है. बिहार में महागठबंधन के विषय में लालू से बात करना बेहद जरूरी है. शरद ने कहा कि देश के हालात बेहद खराब है और एनडीए सरकार के रहते देश में बेरोजगारी, नोटबंदी, जीएसटी और किसानों की समस्या जैसे कई ज्वलंत मुद्दे हैं.

वहीं हजारीबाग से भाकपा पार्टी के पूर्व सांसद रहे भुनेश्वर मेहता ने भी मुलाकात किया. लालू से मिलकर लौटने के बाद भुनेश्वर ने कहा कि लालू ने यह स्पष्ट कहा है कि हजारीबाग सीट पर भाकपा ही चुनाव लड़ेगी. यदि भाजपा को कोई हरा सकता है तो वो भाकपा है और हजारीबाग लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस से भी बातचीत का आश्वासन लालू ने दिया है. वहीं मोतिहारी लोकसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा लिए मुजफ्फरपुर के पूर्व सांसद रहे कैप्टन जयनारायण निषाद के समधी महाराज साहनी ने भी रिम्स के पेइंग वार्ड में मुलाकात की.

जाहिर है आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बिना महागठबंधन अधूरा है. तभी तो सभी नेता शनिवार को लालू के दरबार में हाजरी लगाने पहुंच रहे हैं. हालांकि लालू से मिलकर निकलने के बाद तमाम लोग उनकी सेहत का हवाला देते हैं, लेकिन अंदरखाने से सेहत के बहाने बात सियासत की हो रही है.