लोकसभा चुनावः भाजपा की पहली सूची में उप्र से छह सांसदों के टिकट कटे

लखनऊ । लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने होली के दिन गुरुवार को उम्मीदवारों की जो पहली सूची जारी की है, उसमें प्रदेश में अधिकांश सांसदों पर एक बार फिर पार्टी ने भरोसा जताया है। इस सूची में प्रदेश की 28 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। इनमें वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लखनऊ से गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित 28 नेताओं के नाम शामिल हैं। सूची में जहां 21 वर्तमान सांसदों के नाम हैं, वहीं छह सांसदों के टिकट काटते हुए नए चेहरे उतारे गए हैं।
पार्टी की केन्द्रीय चुनाव समिति के सदस्य जेपी नड्डा ने जिन नेताओं के नामों की सूची जारी की है कि उनमें सहारनपुर से वर्तमान सांसद राघव लखनपाल, मुजफ्फरनगर से संजीव कुमार बालियान, बिजनौर से भारतेन्दु सिंह, मुरादाबाद से सर्वेश कुमार, सम्भल से परमेश्वर लाल, अमरोहा से कंवर सिंह तंवर, मेरठ से राजेन्द्र अग्रवाल, बागपत से सत्यपाल सिंह, गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह, गौतम बुद्ध नगर से महेश शर्मा, अलीगढ़ से सतीश कुमार गौतम, मथुरा से हेमा मालिनी, आगरा से एसपी सिंह बघेल, फतेहपुर सीकरी से राजकुमार चाहर, एटा से राजवीर सिंह, बदायूं से संघमित्रा मौर्य, आंवला से धर्मेंद्र कुमार, बरेली से संतोष गंगवार, शाहजहांपुर से अरुण सागर, खीरी से अजय मिश्रा, सीतापुर से राजेश वर्मा, हरदोई से जयप्रकाश रावत, मिश्रिख से अशोक रावत, उन्नाव से साक्षी महाराज, मोहनलालगंज से कौशल किशोर और अमेठी से स्मृति ईरानी को उम्मीदवार बनाया गया है।
इन सांसदो के काटे गए टिकट
सम्भल से पार्टी ने वर्तमान सांसद सत्यपाल सैनी का टिकट काटते हुए इस बार परमेश्वर लाल को उम्मीदवार बनाया है। 2014 के लोकसभा चुनाव में सत्यपाल सैनी ने सपा प्रत्याशी के तौर पर लड़े डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क को लगभग पांच हजार वोट के अंतर से हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी। इस बार सपा ने फिर डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क को उम्मीदवार बनाया है।
आगरा से वर्तमान सांसद और अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष रामशंकर कठेरिया का टिकट काटते हुए प्रदेश सरकार में मंत्री एसपी सिंह बघेल को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। इसी तरह फतेहपुर सीकरी से वर्तमान सांसद बाबूलाल का टिकट काटते हुए राजकुमार चाहर को प्रत्याशी बनाया गया है।
बदायूं से इस बार प्रदेश सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य को पार्टी ने टिकट दिया है। यहां से वर्तमान में सपा के धर्मेन्द्र यादव सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में धर्मेंन्द्र यादव को 498378 मत मिले थे, जबकि दूसरे स्थान पर रही भाजपा 332031 मत हासिल कर पायी थी।
शाहजहांपुर से मौजूदा केंद्रीय मंत्री कृष्णा राज का टिकट काटते हुए इस बार पार्टी ने अरुण सागर पर भरोसा जताया है। 1996 में लखीमपुर खीरी के मोहम्मदी विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित होकर सियासी सफर शुरू करने वाली कृष्णा राज को पार्टी ने वर्ष 2014 में शाहजहांपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया था, जिसमें उन्होंने जीत दर्ज की थी। इससे पहले भाजपा ने उन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में भी उम्मीदवार बनाया था, लेकिन कृष्णा राज को पराजय का मुंह देखना पड़ा था। इस बार पार्टी ने अरुण सागर पर दांव खेला है।
हरदोई से अंशुल वर्मा की जगह पूर्व सांसद जयप्रकाश रावत को पार्टी ने टिकट दिया है। भाजपा में शामिल होने के बाद से ही टिकट को लेकर वह दावेदारी की रेस में थे। इसके अलावा मिश्रिख से अंजू बाला की जगह अशोक रावत को प्रत्याशी बनाया गया है। अशोक रावत 2004 और 2009 में मिश्रिख से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते, लेकिन 2014 में हार गये। उन्होंने पिछले वर्ष ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी।
स्मृति ईरानी पर फिर जताया भरोसा
2014 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने अमेठी से स्मृति ईरानी को 1.07 लाख वोटों से हराया था। राहुल की इस जीत का अन्तर 2009 के मुकाबले काफी कम हुआ था। 2009 में राहुल 3.70 लाख वोटों के अंतर से जीते थे। वहीं भाजपा ने एक बार फिर स्मृति ईरानी पर भरोसा जताया है। वैसे पहले से ही तय माना जा रहा था कि स्मृति अमेठी से ही भाजपा उम्मीदवार होंगी। चुनाव हारने के बाद भी उन्होंने अमेठी में अपनी सक्रियता बनायी रखी और लोगों से संवाद स्थापित किया। अपने दौरे के दौरान वह लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी को घेरने में जुटी रही। उनकी क्षेत्र में मेहनत और लगाव को देखने के साथ ही पार्टी ने राहुल गांधी के खिलाफ एक बार उन्हें सियासी मैदान में उतारने का निर्णय किया है।

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