MP में सरेआम बीजेपी नेता की हत्या, शिवराज ने कमलनाथ को दी चेतावनी

भोपाल : :  MP  के बरवानी जिले के बलवाडी़ में एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आयी है. जहा एक BJP  नेता के शव मिलने से हड़कंप मच गया. नेता की हत्या ने पूरे सूबे की कानून-व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है। बताते चले इंदौर, मंदसौर में बीजेपी नेता की हत्या के बाद अब बलवाड़ी में भाजपा नेता मनोज ठाकरे की हत्या का मामला सामने आया है. इस हत्या पर शियासी घमासान शुरू हो गया है. इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर हमला बोला और और इसके खिलाफ में सड़क पर उतरने की चेतावनी दी है.

सूत्रों के खबर ने अनुसार बताया जा रहा है कि नेता जी  मॉर्निंग वॉक पर गए थे. हालांकि, अभी यह स्प्ष्ट नहीं है कि बीजेपी नेता की हत्या हुई है या फिर क्या मसला है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

बता दें कि इंदौर में कारोबारी संदीप अग्रवाल और मंदसौर में नगर पालिकाध्यक्ष और बीजेपी नेता प्रहलाद बंधवार की पिछले दिनों गोली मारकर हत्या कर दी गई। इन हत्याओं के बाद भी शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा था। चौहान ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर अग्रवाल बंधवार की हत्या को राज्य की लचर कानून-व्यवस्था को दर्शाने वाला बताया था। चौहान ने आरोप लगाया था कि राज्य में कांग्रेस की सरकार आते ही आपराधिक तत्वों को राजनीतिक संरक्षण मिलना प्रारंभ हो गया है, अपराधियों के हौसले बुलंद और पुलिस के हौसले ध्वस्त हैं।

‘गंभीर मामला, कांग्रेस कर रही क्रूर मजाक’
अब एक और बीजेपी नेता की हत्या के बाद कमलनाथ सरकार फिर बीजेपी के निशाने पर है। शिवराज सिंह चौहान ने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। सिंह ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘एक के बाद एक बीजेपी नेताओं की हत्या होना बहुत गंभीर मामला है। कांग्रेस इसको सतही तौर पर लेकर क्रूर मजाक कर रही है। गृह मंत्री के गृह जिले में सरेआम भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष मनोज ठाकरे को मार दिया गया।’

बंधवार की हत्या के मामले में सीबीआई जांच की मांग

बीजेपी नेता बंधवार की हत्या के मामले में शिवराज ने सीबीआई जांच की मांग की है। रविवार को एक ट्वीट में शिवारज ने लिखा, ‘प्रहलाद बंधवार की 25 हजार रुपये के लिए हत्या का तर्क गले नहीं उतर रहा है। इसके पीछे किसी गहरे षड्यंत्र की आशंका है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। अपराधी बेखौफ हो गए हैं, लोग सरेआम मारे जा रहे हैं। क्या कांग्रेस का नारा ‘वक्त है बदलाव का’ ऐसा ही वक्त लाने के लिए था?’

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