महाराष्‍ट्र: उद्धव की ताजपोशी से पहले करारा झटका, शपथ ग्रहण में आने से इन दिग्गजों ने किया मना !

महाराष्ट्र की सियासत के इतिहास पहली बार ठाकरे परिवार का कोई सदस्य महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने जा रहा है। आज (गुरुवार) शाम 6.40 बजे शिवाजी पार्क शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे का राज तिलक किया जाएगा। उद्धव, ‘ठाकरे खानदान’ से पहले और शिवसेना से दूसरे शख्स होंगे जो मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। विधानसभा चुनाव में 56 सीटें जीतने वाली शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने जा रही है। उद्धव ठाकरे के साथ तीनों ही पार्टियों के दो-दो नेता भी शपथ लेंगे।

शिवसेना की ओर से सुभाष देसाई और एकनाथ शिंदे मंत्री पद की शपथ लेंगे। एनसीपी से जयंत पाटिल और छगन भुजबल मंत्रीपद की शपथ लेंगे। कांग्रेस की ओर से बालासाहेब थोराट और पूर्व सीएम अशोक चव्हाण शपथ लेंगे। एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि तीनों दल के नेताओं के बीच एक राय बनी। तीनों दलों से एक या दो मंत्री शपथ लेंगे। 3 दिसंबर को बहुमत साबित करने के बाद आगे मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से स्पीकर होगा और डिप्टी सीएम और डिप्टी स्पीकर एनसीपी से होंगे। विधान परिषद और निगमों के लिए भी सहमति बन गई है। इसके साथ ही ये बात भी साफ हो गई है कि अजित पवार अभी कोई भी पद नहीं दिया जाएगा।

उद्धव, ठाकरे परिवार के पहले नेता होंगे जो राज्‍य के मुख्‍यमंत्री बनेंगे। गुरुवार शाम को होने वाले शपथ ग्रहण के लिए पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत कई लोगों को आमंत्रण भेजा गया है। लेकिन माना जा रहा है कि कुछ नेता इस समारोह से गायब रह सकते हैं। यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी, दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस शपथ ग्रहण से दूरी बना सकते हैं।

सोनिया और राहुल ने बनाई दूरी

बुधवार को शिवसेना नेता और उद्धव के बेटे, आदित्य ठाकरे कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को निमंत्रण देने के लिए उनके आवास पर पहुंचे थे। सोनिया से मुलाकात करने के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा कि वह उनका आशीर्वाद लेने के अलावा सोनिया और राहुल को शपथ ग्रहण के इनवाइट करने के लिए भी आए थे। आदित्‍य ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी समारोह के लिए इनवाइट किया है। हालांकि ये अब तक साफ नहीं हो पाया है कि सोनिया गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी शपथ ग्रहण में पहुंचेंगे या नहीं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष शायद ही शपथ ग्रहण में शामिल हो, वह अपने प्रतिनिधि के तौर पर किसी वरिष्ठ कांग्रेस नेता को मुंबई भेज सकती हैं।

पीएम मोदी और शाह के जाने पर भी सस्‍पेंस

शपथ ग्रहण के लिए उद्धव ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इनवाइट किया है लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि दोनों नेता पहुंचेंगे या नहीं। शिवसेना नेता संजय राउत ने मंगलवार को बयान दिया था कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह को भी न्योता भेजा जाएगा। देर शाम उद्धव ठाकरे ने खुद प्रधानमंत्री मोदी को शपथ ग्रहण में आने का न्योता दिया है जिसके जवाब में पीएम मोदी ने अपने पूर्व साथी को सीएम बनने से पहले बधाई भी दी। शिवसेना के लिए एक पार्टी के तौर पर आज का दिन एतिहासिक है और पार्टी की पूरी कोशिश है कि इस कार्यक्रम को यादगार बनाया जाए। कई लोगों का मानना है कि इस शपथ ग्रहण के जरिए शिवसेना अपने पुराने साथी बीजेपी को भी एक संदेश देने की कोशिश कर रही है।

कई राज्‍यों के सीएम कर रहे हैं परहेज

पार्टी की तरफ से कई राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों को कार्यक्रम के लिए इनवाइट किया गया है। बीजेपी को दरकिनार कर सरकार बनाने वाले उद्धव चाहते थे कि जो विपक्षी एकता कर्नाटक में कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण में दिखी थी वैसा ही कुछ यहां भी दिखे। लेकिन लगता है कि उनकी ख्‍वाहिश पूरी नहीं हो पाएगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू जैसे नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। वहीं, डीएमके चीफ एमके स्टालिन, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रीकमलनाथ शपथ ग्रहण में शामिल होंगे।

सामना का संपादक पद छोड़ा
उद्धव ठाकरे ने आज मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने से पहले उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक पद से त्यागपत्र दे दिया है। अब सामना की संपूर्ण जिम्मेदारी सांसद संजय राऊत पर रहेगी। उद्धव ठाकरे के साथ के साथ शिवसेना के सुभाष देसाई, एकनाथ शिंदे, राकांपा के जयंत पाटील, छगन भुजबल, कांग्रेस पार्टी के अशोक चव्हाण व बालासाहेब थोरात शपथ ग्रहण करने वाले हैं। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण विधानसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाने वाले हैं। राकांपा अध्यक्ष जयंत पाटील राज्य में उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी का निवर्हन करेंगे। इस तरह का निर्णय बुधवार को महाविकास आघाड़ी की बैठक में किया गया है।

कलात्मक तरीके सजाया गया है मंच
दादर स्थित शिवाजी पार्क मैदान पर शपथविधि के लिए 6 हजार वर्गफीट का कलात्मक मंच तैयार किया गया है। इस मंच को छत्रपति शिवाजी महाराज के किले का स्वरूप दिया गया है। मंच की साजसज्जा कला दिग्दर्शक नितिन देसाई ने की है। मंच पर एलईडी के माधयम से छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराष्ट्र की तस्वीर, शिवमुद्रा दिखाने जाने का अभूतपूर्व प्रयास नितिन देसाई ने किया है। मंच पर 100 वीवीआईपी नेताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसी प्रकार यहां 70 हजार से अधिक कुर्सियों का इंतजाम किया गया है। इसके बाद मैदान में आगंतुकों को जमीन पर बैठने के लिए कालीन बिछाया गया है। शपथ ग्रहण स्थल तक पहुंचने व यथेष्ठ स्थान पर बैठने के लिए अलग -अलग द्वार बनाए गए हैं। इसी प्रकार शपथ ग्रहण सभी को दिखे, इसके लिए एलईडी टीवी भी लगाए गए हैं।

शिवाजी पार्क बना पुलिस छावनी
शिवाजी पार्क मैदान को सुरक्षा के लिहाज से पूरी तरह फुलप्रूफ कर दिया गया है। मैदान तक पहुंचने वाले सभी छोटे-छोटे मार्ग दोपहर 3 बजे से रात 10 बजे तक के लिए बंद कर दिए गए हैं। यहां 4 हजार पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त एसआरपी व रैपिड ऐक्शन टीम को भी यहां तैनात किया गया है। परेल व माटुंगा से ही ट्रैफिक व्यवस्था को अन्य मार्गों की ओर मोड़ दिया गया है तथा कई मार्गों को जिसमें स्वातंत्र्यवीर सावरकार मार्ग का समावेश है, उन पर यातायात एकतरफा कर दिया गया है।

पोस्टर व बैनर से मुंबई हुआ भगवामय
शिवसेना का मुख्यमंत्री सूबे में 1999 के बाद पहली बार फिर से (20 साल बाद) बनने वाला है। इसी वजह से मुंबई में हर जगह लगभग सभी सड़कों पर भावी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को शुभकामना देने के लिए बैनर व पोस्टर लगाए गए हैं। शिवसेना भवन पर लगाया गया पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का पोस्टर लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। इतना ही मुंबई के मुस्लिम बहुल इलाके नागपाड़ा, आग्रीपाड़ा डोंगरी, उमरखाड़ी .बांद्रा ,बेहराम पाड़ा , नौपाड़ा, मालाड मालवनी, कुर्ला, बैलबाजार, मुंब्रा आदि इलाकों में स्थानीय नागारिकों ने पोस्टर बैनर लगाकर उद्धव ठाकरे को शुभकामनाएं दी है।

 

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