मलिक की गिरफ्तारी : महाराष्ट्र में आया राजनीतिक भूचाल, सभी पार्टियों के कार्यकर्ता कर रहे है प्रदर्शन

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक को बुधवार को स्पेशल PMLA कोर्ट ने 3 मार्च तक के लिए ED की हिरासत में भेज दिया। 8 घंटे की पूछताछ के बाद मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में मंगलवार को गिरफ्तार किया गया है। इसके बाद उन्हें स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश किया गया। मलिक की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र में एक बड़ा राजनीतिक भूचाल आ गया है। महाविकास अघाड़ी की तीनों पार्टियों से जुड़े नेता केंद्र सरकार और भाजपा पर हमलावर हैं।

नवाब मलिक के बाद अब ED ने उनके परिवार पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। गुरुवार को उनकी बहन को पूछताछ के लिए ED ऑफिस बुलाया गया था। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने उनके भाई कप्तान मलिक को भी पूछताछ के लिए समन किया है।

इसी कड़ी में कांग्रेस, शिवसेना और NCP के लगभग सभी मंत्री, विधायक, सांसद और हजारों कार्यकर्ता मुंबई में मंत्रालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में पहली बार ऐसा हुआ है, जब सत्तारूढ़ दल से जुड़े मंत्री और नेता केंद्र सरकार और सेंट्रल एजेंसी के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। इसके अलावा MVA से जुड़े कार्यकर्ता भी इस गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।

भाजपा भी कर रही प्रदर्शन
उधर, इसके जवाब में भाजपा ने भी राज्य के कई रेलवे स्टेशनों पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। नवाब मलिक पिछले कई महीने से समीर वानखेड़े और उनके जरिए BJP पर हमले कर रहे थे। कई बार उन्होंने यह भी कहा था, ‘सुना है कि मेरे घर जल्द मेहमान (ED) आने वाले हैं।’ बुधवार सुबह साढ़े पांच बजे उनके कुर्ला वाले घर पर ED की टीम CRPF कर्मियों के साथ पहुंची और उन्हें अपने साथ ED दफ्तर ले गई। दोपहर बाद पौने तीन बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इसी से जुड़े मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। ED ने अदालत में इकबाल की कस्टडी नही मांगी थी। बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा दिया है।

दाऊद की बहन ने मलिक को बेची जमीन
ED नवाब मलिक द्वारा दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर को कुर्ला में 3 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए 80 लाख रुपए के भुगतान की जांच कर रही है। इनमें से करीब 25 लाख रुपए चेक से और बाकी 55 लाख रुपए नकद दिए गए थे। ED ने आरोप लगाया है कि मलिक ने कुर्ला में जो जमीन खरीदी थी, वह मुनीरा प्लंबर की थी। हसीना पारकर ने वह जमीन फर्जी पावर ऑफ अटॉनी के जरिए ली थी। इसके बाद उसे 1993 ब्लास्ट के दो आरोपियों के सहारे नवाब मलिक को बेच दिया गया था।

ऐसे ED ने नवाब मलिक पर कसा शिकंजा
पिछले महीने NIA ने दिल्ली में दाऊद और उसके गैंग से जुड़े कई लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। ED उस FIR और ठाणे पुलिस की 2017 में दर्ज FIR पर मनी लॉन्डिंग एंगल की जांच कर रही है। ED ने इस मामले में मुंबई में 9 ठिकानों पर रेड भी की थी और दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को अरेस्ट किया था। इकबाल के अलावा ED की टीम ने जेल जाकर जमीन बेचने वाले लोगों से पूछताछ की है। सूत्रों के मुताबिक, तीनों ने अपनी पूछताछ में नवाब मलिक का नाम लिया है।

फडणवीस ने लगाया था अंडरवर्ल्ड से संबंध का आरोप
पूर्व CM देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर 1993 बम धमाकों के दो आरोपियों से कुर्ला इलाके में करीब तीन एकड़ जमीन को कौड़ियों के दाम पर खरीदने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह सौदा इस जमीन को सरकारी कब्जे से बचाने के लिए किया था।

अरेस्ट मेमो में ED ने मलिक के लिए ‘दोषी’ शब्द का इस्तेमाल किया
कोर्ट में पेशी के बाद करीब 3 घंटे चली जिरह में ED की ओर से पैरवी करते हुए एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अनिल सिंह ने कोर्ट से 14 दिन की ED की हिरासत मांगी थी। उन्होंने कोर्ट को बताया कि किस तरह से मलिक पर यह मामला बनता है। मलिक की ओर से पैरवी करते हुए वरिष्ठ वकील अमित देसाई ने ED की जांच पर सवाल उठाए। उन्होंने बिंदुवार तरीके से ED के दावे को खारिज करते हुए कहा कि यह गिरफ्तारी अवैध है। ED ने अपने अरेस्ट मेमो में ‘दोषी’ शब्द का इस्तेमाल किया है, वह गलत है।

कोर्ट में खड़े-खड़े थक गए नवाब मलिक
सुनवाई के दौरान कोर्ट में खड़े-खड़े नवाब मलिक थक गए तो उन्हें बैठने के लिए कुर्सी दी गई। स्पेशल PMLA कोर्ट के जज आर. एन. रोकड़े ने पेशी के दौरान पूछा कि क्या उन्हें कोई जांच एजेंसी से शिकायत है? इस पर मलिक ने कहा, ‘ED के अधिकारी सुबह मेरे घर आए और मुझे अपने साथ ले गए। इसके बाद मुझसे कुछ दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाए। बाद में बताया गया कि वह समन था।’

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