मुंह किया बंद सुप्रीम कोर्ट पहुंचे दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष, आखिर क्यों?

नयी दिल्ली : दिल्ली में हवा की गुणवत्ता (एयर क्वालिटी) का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. वायु प्रदूषण से दिल्ली वासियों का दम घुट रहा है.घर से निकलते ही लोगों का परेशानियों से सामना शुरू हो जाता है.  इस बीच  सीलिंग विवाद को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. सुनवाई के दौरान पेश होने के लिए दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे. खास बात ये रही कि मनोज तिवारी चेहरे पर मास्क लगाकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे.

गौरतलब है कि दिल्ली में इन दिनों के एक बार फिर धुंध का कहर दिखाई पड़ रहा है. राजधानी में हवा की क्वालिटी लगातार गिरती जा रही है और प्रदूषण के इस मसले पर बीजेपी और आम आदमी पार्टी में आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है.

अब मनोज तिवारी, सुप्रीम कोर्ट में जिस तरह मास्क लगाकर पहुंचे उसे इशारों-इशारों में केजरीवाल सरकार पर निशाने के तौर पर ही देखा जा सकता है. सोमवार को ही उन्होंने दिल्ली की जनता को भी मास्क बांटे थे.

प्रतीकात्मक तस्वीर

क्या है पूरा विवाद?

बता दें कि मनोज तिवारी पर एक इमारत में की गई सीलिंग तोड़ने का आरोप है. राजधानी में अवैध निर्माण को सील करने की कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रही है.

मनोज तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर हलफनामे में कहा था कि उनके खिलाफ कोर्ट की  अवमानना का मामला नहीं बनता था, क्योंकि उन्होंने कोर्ट की अवमानना नहीं की है और इस मामले से मॉनिटरिंग कमेटी के निर्देश का कोई लेना देना नहीं था, इसलिए वो माफी नहीं मांगेंगे.

गौरतलब है कि इसी साल 16 सितंबर को दिल्ली BJP के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने गोकलपुरी में एक मकान में पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा लगाई गई सील तोड़ दी थी.

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