खदान हादसा: तीन और निकाले गए मजदूरों के शव, लाशों का सौदा करते खनन अधिकारी कैमरे में हुए कैद !

सोनभद्र. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में बिल्ली-मारकुंडी खनन क्षेत्र स्थित एक खदान में शुक्रवार शाम चट्टा धसकने से हुए हादसे में रविवार सुबह तीन और मजदूरों के शव बरामद किए गए। इससे पहले शनिवार को दो मजदूरों का शव खदान से निकाला गया था। अब मरने वालों की संख्या पांच हो चुकी हैं। वहीं दो मजूदरों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जिनकी हालत बेहद नाजुक है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रूपए देने का ऐलान किया है। प्रभारी मंत्री डा. सतीशचन्द्र द्विवेदी ने भी रविवार को अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना है।

घटना के बाद से मलबा हटाने का काम जारी है। एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी है। दो दिनों के भीतर पांच शव खदान से निकाले गए। जिनकी शिनाख्त सुरेंद्र कुमार (25 वर्ष), छोटेलाल (30 वर्ष), राम प्रहलाद (30 वर्ष), गुलाब (25 वर्ष), शिवचरण (30 वर्ष) के रूप में हुई है। लोगों ने कहा- खनन क्षेत्र में लापरवाही बरती जाती है, जिससे ये हादसे होते हैं। मजदूरों का न तो श्रम कार्यालय में रजिस्ट्रेशन किया जाता है न ही उनकी सुरक्षा का इंतजाम रहता है।

जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर डेरा डाले हुए हैं। अपर जिलाधिकारी योगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि कुल 7 लोगों को निकाला जा चुका है। जिनमें दो को घायल अवस्था में थे, उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से वाराणसी ट्रामा सेंटर भेज दिया गया। जबकि पांच मजदूरों का शव रेस्क्यू करके निकाला गया है। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच की जाएगी और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 लाशों का सौदा करते दिखे खनन अधिकारी का VIDEO वायरल

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वही इस मामले में पट्टाधारक सुरेश केसरी के खिलाफ मुकदमा दर्ज ना हो इसके लिए जिला खनन अधिकारी केके राय पोस्टमॉर्टम हाउस पर मृतकों के परिजन से सौदेबाजी करते देखे गए। वायरल विडियो में खनन अधिकारी बता रहे हैं कि मुकदमा करने पर कोई फायदा नहीं है, पट्टाधारक पैसे दे देगा। हालांकि, अब पट्टाधारक और अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है।

दावा किया जा रहा है कि इस विडियो में दिख रहे शख्स खनन अधिकारी के के राय हैं। विडियो में के के राय मृतक मजदूरों के परिजन को बता रहे हैं कि पट्टाधारक पैसा देने को तैयार है, मुकदमा करने का कोई फायदा नहीं है। वह गिनाते हैं कि पट्टाधारक से मिलने वाले पैसों और सरकारी मदद को मिलाकर कुल 17 लाख रुपये मिल जाएंगे। हालांकि, सामने दिख रहा शख्स मांग करता है कि 25 लाख रुपये करवा दीजिए। इसपर वह कहते हैं कि सरकारी तो फिक्स है।

पट्टाधारक और अधिकारियों के खिलाफ दर्ज हुआ गैरइरादतन हत्या का मामला
हालांकि, खनन अधिकारी की यह पैरवी तब बेकार हो गई जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया और जिले के प्रभारी मंत्री सतीश द्विवेदी को मौके पर भेजा। मंत्री सतीश द्विवेदी ने अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल जाना और घटनास्थाल का भी दौरा किया। अब पट्टाधारक और विभागीय अधिकारियों के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज हो गया है।

सोशल मीडिया पर खनन अधिकारी का विडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक पार्टियां उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रही हैं। सोनभद्र कांग्रेस कमिटी के निवर्तमान जिला महासचिव धीरज पांडेय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पांच मजदूरों की मौत में मामले खदान मालिक सुरेश केशरी पर मुकदमा न दर्ज कराने का दबाव बनाने वाले खनन अधिकारी के के राय पर उचित कानूनी धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। कांग्रेस नेता का कहना है खनन विभाग के ऐसे सहयोग और मिलीभगत से अब तक सैकड़ों लोगों की जान गई है।