मिजोरम विधानसभा चुनाव: दो घंटे में 15 फीसद मतदान, 83 कंपनी के सुरक्षा बल तैनात

आइजोल। सातवें मिजोरम विधानसभा के लिए मतदान सुबह 07 बजे आरंभ हुआ। चुनाव आयोग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो घंटों यानि 09 बजे तक लगभग 15 फीसद मतदान होने की जानकारी दी।
उल्लेखनीय है कि मतदान का यह प्रतिशत बताता है कि राज्य में मतदान का प्रतिशत काफी हाई होगा। पिछले विधानसभा चुनावों में भी 80 फीसद से अधिक रहा था।

83 कंपनी सुरक्षा बल तैनात

शांतिपूर्ण तरीके से मिजोरम में मतदान संपन्न करवाने के लिए राज्य में कुल मिलाकर 83 कंपनी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। मिजोरम के पुलिस महानिदेशक बालाजी श्रीवास्तव ने संवाददाताओं को बताया है कि राज्य के 47 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। जिनमें 36 मतदान केंद्र अति संवेदनशील चिन्हित किए गए हैं। चुनाव के दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 40 कंपनियां, मिजोरम सशस्त्र बल के 24 कंपनियां तथा बिना शस्त्र सुरक्षा बल की 19 कंपनियां तैनात की गई है।
त्रिपुरा के छह शरणार्थी शिविरों में रह रहे मिजोरम के रियांग (ब्रू) शरणार्थियों के मतदान के लिए त्रिपुरा की सीमा से सटे मिजोरम के कान्हकुम गांव में 15 मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय सशस्त्र बल की दो कंपनियां तैनात की गई हैं।
वहीं, मिजोरम के मुख्य चुनाव अधिकारी आशीष कुंदरा ने संवाददाताओं को बताया कि किसी भी प्रकार का बाहरी हस्तक्षेप चुनाव के दौरान उत्पन्न नहीं हो इसलिए अंतरराष्ट्रीय सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि मिजोरम की 722 किलोमीटर सीमा बांग्लादेश और म्यांमार से लगती है। एक प्रश्न के उत्तर में मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि रियांग शरणार्थियों को मतदान करवाने के लिए त्रिपुरा के शिविरों से गाड़ियों में लाने की व्यवस्था की गई है। मतदान के बाद फिर उन्हें वापस शिविरों में पहुंचा दिया जाएगा। इनके मतदान के लिए 15 अस्थाई मतदान केंद्र त्रिपुरा की सीमा से सटे कान्हकुम गांव में बनाया गया है। जहां सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान चलेगा।
मुख्य चुनाव अधिकारी ने बताया कि राज्य में सही तरीके से मतदान संपन्न करवाने के लिए कुल 48000 पोलिंग ऑफीसर तैनात किए गए हैं। जो राज्य के 40 विधानसभा सीटों के कुल 1179 मतदान केंद्रों पर तैनात हैं। राज्य में लगभग 3.93 लाख महिलाओं के साथ ही 7.7 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा मतदान के मद्देनजर सरकारी अवकाश की घोषणा कर दी गई है।
उल्लेखनीय है कि 10 वर्षों तक लगातार तथा कुल 4 बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेस नेता लालथनहावला को चुनाव में विरोधी दल के उम्मीदवारों द्वारा कड़ी टक्कर दी जा रही है। मुख्यमंत्री चंफाई साउथ तथा सेरछिप दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं। सेरछिप सीट पर जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) द्वारा घोषित मुख्यमंत्री के उम्मीदवार सी लालरामजाउवा मुख्यमंत्री को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के मिजोरम प्रदेश अध्यक्ष प्रो जेवी लूना राज्य के पूर्व गृह मंत्री तथा सितम्बर माह में कांग्रेस छोड़कर मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) में शामिल हुए नेता आर लाल जिरलियाना के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनाव में पहली बार भाजपा तथा जेडपीएम का मजबूत आधार बना है। राज्य में कांग्रेस, भाजपा, एमएनएफ, जेडपीएम तथा निर्दलीय समेत कुल 209 उम्मीदवार मैदान में हैं। अब तक चुनाव के दौरान कहीं से भी किसी भी अप्रिय घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई है।

जेडपीएम के सीएम पद के उम्मीदवार लालदुआमा ने किया मतदान

सातवें मिजोरम विधानसभा के गठन के लिए बुधवार की सुबह राज्य के आठ जिलों में सुबह सात बजे से मतदान आरंभ हो गया। वहीं कई छोटी राजनीतिक पार्टियों के गठबंधन कर जेडपीएम के मुख्यमंत्री पद के घोषित उम्मीदवार लालदुआमा ने राजधानी आइजोल के चानपुई पोलिंग स्टेशन पर अपनी पत्नी के साथ मतदान किया।
मतदान के बाद लालदुआमा ने मीडिया को बताया कि उनकी पार्टी 24 से 25 सीटें जीतेगी। उन्होंने बताया कि पार्टी के साथ काफी संख्या में युवा जुड़ा है जो हमारे जीत का कारण बनेगा।

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