अब इन 4 सरकारी बैंको का होगा विलय! जानिए क्या है सरकारी योजना

अब इन 4 बड़े सरकारी बैंकों का होगा विलय, नई सरकार लगाएगी मुहर?

नई सरकार बनने से पहले ही सरकारी बैंकों के विलय की एक और खबर इन दिनों चर्चा में सामने आई है. देश के तीसरे बड़े सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में जल्द ही तीन छोटे बैंकों को विलय होगा. सूत्रों के मुताबिक, पीएनबी अगले तीन महीने में 3 छोटे सरकारी बैंकों का विलय कर सकता है. इन बैंकों में ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC), आंध्रा बैंक (Andhra Bank) और इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) शामिल है.  इसके तहत छोटे और कमजोर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का आपस में विलय कर उन्‍हें मजबूत बनाया जा रहा है.

जानकारी के लिए आपको बताते चले इससे पहले, बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय हुआ था. विजया बैंक और देना बैंक के विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन गया है.  इससे पहले एसबीआई ने अपने 5 सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया था.

खबरों की मने तो नई केंद्र सरकार पंजाब नेशनल बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और आंध्रा बैंक और इलाहाबाद का विलय करने जा रही है. हालांकि सरकार की ओर से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन केंद्र सरकार का मानना है कि जितने कम बैंक होंगे, कामकाज उतने बेहतर होंगे. हालांकि इन बैंकों के ग्राहकों को कोई आर्थिक नुकसान नहीं होगा, क्योंकि मर्जर से पहले बैंक अपने सभी ग्राहकों को सूचित करेगा.

ग्राहकों पर होगा ये असर
इलाहाबाद बैंक, OBC, और आंध्र बैंक का पीएनबी में विलय से खाताधारकों पर कोई असर नहीं होगा. इलाहाबाद बैंक, OBC, और आंध्र बैंक के खाताधारकों को इस मर्जर प्रक्रिया से कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. बैंक जो भी फैसले लेगा उसके बारे में ग्राहकों को पहले सूचित किया जाएगा. हालांकि, खाताधारकों के लिए थोड़ा कागजी काम जरूर बढ़ जाएगा. पीएनबी में विलय के बाद इलाहाबाद बैंक, OBC, और आंध्र बैंक के खाताधारकों को नए चेकबुक, पासबुक बनवाने होंगे. इसके लिए बैंक पर्याप्त समय देगा और खाताधारकों की पूरी मदद करेगा.

एटीएम और पासबुक होगी अपडेट
इस तरह के मर्ज होने से उस बैंक के ग्राहकों का थोड़ा पेपरवर्क बढ़ जाता है. इसके लिए केवाईसी का प्रॉसेस फिर से करना होता है. वहीं, आपका एटीएम और पासबुक नए सिरे से अपडेट होता है. तो इसके लिए हल्का पेपरवर्क करना पड़ सकता है. हालांकि इसमें कुछ वक्त भी लग सकता है.

आपके लोन पर पहले की तरह रहेगा ब्याज दर
बैंकों के विलय से आपके लोन पर कोई असर नहीं होगा और आपको पहले की तरह उस पर ब्याज देना होगा. जब कोई बैंक किसी दूसरे बैंक में मर्ज होता है तो लोन अमाउंट उस बैंक में ट्रांसफर हो जाता है और मौजूदा ब्याज दर ही उस पर अप्लाई होती है.

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