उद्धव का शाह पर पलटवार, कहा-शिवसेना को हराने का नहीं है किसी में दम

मुंबई : आगामी 2019 लोक सभा चुनाव से पहले सियासत गरमा गयी है. इस बीच शिवसेना प्रमुख ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे   ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वे कहते हैं कि जब भी राम मंदिर   का मुद्दा उठाओ तो कांग्रेस बीच में आ जाती है, लोगों ने कांग्रेस को सजा देते हुए आपको बहुमत में वोट दिया लेकिन राम मंदिर तो अभी भी नहीं बना। उन्होंने कहा, ‘हनुमान जी की जाति पर चर्चा क्यों हो रही है? अन्य धर्मो की जाति पर चर्चा करते हैं तो बवाल हो जाता है लेकिन हनुमान जी की जाति पर चर्चा हो रही है। यह दुखद है।’

शिवसेना को हराने वाला पैदा नहीं हुआ है

इस बीच लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए को मजबूत करने की कोशिशों में जुटी बीजेपी को फिलहाल अपनी सबसे पुरानी सहयोगी शिवसेना से ही लोहा लेना पड़ रहा है। आम चुनाव में गठबंधन न होने की स्थिति में पूर्व सहयोगियों को भी हराने वाले अमित शाह के बयान पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ठाकरे ने रविवार को कहा कि अभी शिवसेना को हराने वाला पैदा नहीं हुआ है।

शाह के बयान की आलोचना करते हुए ठाकरे ने कहा ‘मैंने किसी से ‘पटक देंगे’ जैसे शब्द सुने हैं। शिवसेना को हराने वाला अभी पैदा नहीं हुआ।’ शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में बीजेपी के साथ है। ठाकरे यहां वर्ली इलाके में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले मोदी लहर पर निशाना साधते हुए ठाकरे ने कहा, ‘शिवसेना ने अपनी यात्रा में कई लहरें देखी है।’

शाह ने कहा था, तो पूर्व सहयोगियों को भी हराएंगे 
अमित शाह ने कुछ दिनों पहले ही महाराष्ट्र के लातूर में कहा था कि अगर गठबंधन हुआ तो पार्टी अपने सहयोगियों की जीत सुनिश्चित करेगी, लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपने पूर्व सहयोगियों को हराएगी। अमित शाह के संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मंच पर मौजूद थे।

कांग्रेस को 2014 में मिला उसकी करनी का फल
उन्होंने कहा कि बीजेपी से उलट, शिवसेना ने चुनावों के पहले राम मंदिर का मुद्दा उठाया है ताकि उनका पर्दाफाश किया जा सके, जो हमेशा इसका उपयोग चुनावी मुद्दे के लिए करते हैं। ठाकरे ने कहा, ‘हमें बताइए कि कांग्रेस किस प्रकार मंदिर निर्माण में बाधा डाल रही है। कांग्रेस को अपनी करनी का फल 2014 में मिल गया। पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का भी पद नहीं मिल सका।’

एलजेपी और जेडीयू के रहते कैसे बनेगा राम मंदिर?
उन्होंने सवाल किया कि जब नीतीश कुमार की जेडीयू और रामविलास पासवान की एलजेपी जैसी बीजेपी की सहयोगी पार्टियां विरोध कर रही हैं तो वह मंदिर का निर्माण कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी को इस पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।

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