ऑपरेशन जागृति : अभियान से जुड़ी सांसद हेमा मालिनीशोले और सीता गीता फिल्म की कहानी सुना कर किया जागरूक

भास्कर समाचार सेवा

वृंदावन । आगरा जोन की अपर पुलिस महानिदेशक अनुपमा कुलश्रेष्ठ द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओ को जागरूक करने के लिए शुरू किए गए ऑपरेशन जागृति के 55 वें दिन सांसद हेमा मालिनी इस अभियान से जुड़ी। वृंदावन शोध संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में हेमा मालिनी ने मौजूद लोगों को फिल्म शोले और सीता गीता में निभाए गए अपने अभिनय की कहानी सुनाकर जागरूक करने का प्रयास किया। जिसका शुभारंभ सांसद हेमा मालिनी,ADG आगरा जोन अनुपमा कुलश्रेष्ठ,IG आगरा रेंज दीपक कुमार,एसएसपी शैलेश पांडेय ने ठाकुर बांके बिहारीलाल के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम के शुभारंभ के पश्चात एसएसपी शैलेश पांडे ने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस अभियान की शुरुआत 1 नवंबर को की गई थी। शुरुआत के 55 दिन बाद जो आंकड़े मिले हैं। उसके अनुसार आगरा जोन में महिला अपराधों में 22 प्रतिशत की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि छेड़खानी की घटनाओं में 23 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अभियान मिशन शक्ति से प्रेरित होकर अपर महानिदेशक आगरा जोन अनुपमा कुलश्रेष्ठ ने ऑपरेशन जागृति शुरू किया। इस कार्यक्रम के तहत फर्जी मुकदमों में महिला और बालिकाओं को प्रयोग किया जाता है इस पर रोक लगाना। किशोर अवस्था में होने वाले प्रेम संबंधों के दौरान घर छोड़कर चले जाते हैं इसे रोकना। साइबर क्राइम पर लगाम लगाने के लिए जागरूक करना है। इसके साथ ही समाज सशक्त हो इसके लिए यह कार्यक्रम चलाया जा रहा है। वही आईजी आगरा दीपक कुमार ने बताया कि 1 नवंबर को शुरू हुए इस ऑपरेशन जागृति के लिए पहले जिला और ब्लॉक स्तर पर कार्यक्रम किए गए। अब इसे पंचायत स्तर पर और स्कूल,कॉलेजों में आयोजित किया जा रहा है। कहा कि इस अभियान को 55 दिन हुए हैं और आगरा जोन के जिलों में इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। इसके सफल होने पर इसे प्रदेश स्तर पर ले जाया जाएगा। मथुरा सांसद सिनेतारिका हेमा मालिनी ने अपने संबोधन की शुरुआत मुझमें संसार मोहित हैं तो इतिहास गर्वित कविता सुनाकर की। उन्होंने कहा महिलाओं को अपने को पहचानना होगा,अपनी शक्ति को पहचानें। महिला जन्म देने वाली है वह कमजोर कैसे हो सकती है। आज महिलाएं जमीन से आसमान तक अपना परचम लहरा रही है। कार्यक्रम में सांसद हेमा मालिनी ने फिल्म शोले में और सीता गीता में निभाए गए अपने रोल के महत्व के जरिए उपस्थित महिला एवं बेटियों को जागरूक करने का प्रयास किया। हेमा मालिनी ने कहा कि कैसे बसंती तांगा चलाती थी और अपने आसपास किसी को नहीं आने देती थी। वह तांगा चलाकर आजीविका कमाती तो अपने आत्मबल के जरिए किसी को खुद को छुने भी नहीं देती। इसी तरह सीता गीता में सीता सीधी साधी लड़की है जिसे रंजीत जब मन किया तभी पिटाई कर देता था। लेकिन जब सीता की जगह गीता ले लेती हैं तो वह रंजित के थप्पड़ का जवाब थप्पड़ से देती हैं। इसका मतलब कोई भी बिना वजह आपको क्यों मारे,क्यों परेशान करे। इसका जवाब देना चाहिए। इस दौरान,डीएम शैलेंद्र सिंह, UNICEF की निपुण गुप्ता,मंसूर अली,पुलिस अधीक्षक नगर अरविंद सिंह,एसपी देहात त्रिगुन विशेन, सीओ सदर प्रवीण मलिक,कोतवाली वृंदावन प्रभारी आनंद शाही, व्यापारी आलोक बंसल,आशीष सिंह, बॉबी अग्रवाल के अलावा आशा,आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं विभिन्न स्कूलों की छात्राएं उपस्थित रही।

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