पीलीभीत: लुहिया पुल तोड़ने पर ग्रामीणों ने किया जोरदार प्रदर्शन 

गजरौला , पीलीभीत। ग्रामीणों ने लुहिया पुल तोड़ने का विरोध किया और जोरदार नारेबाजी करते हुए नए पुल निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।

गजरौला कला में ब्रिटिश शासन काल में गजरौला से शिवनगर जाने वाले मार्ग के बीच माला नदी पर लुहिया पुल बनाया गया था। पुल पूरी तरह लोहे का था। जिसके खंबे और रेलिंग सहित लोहे का बना हुआ था। क्षेत्र के ग्रामीण लोग बताते हैं कि इस नदी पर लुहिया पुल करीब दो सौ साल पुराना था और आज भी उसकी मजबूती थी। लंबे समय के चलने के बावजूद पुल नहीं टूटा। दिन प्रतिदिन बड़े बड़े वहान इसी मार्ग से निकलते थे। सैकड़ो गांव गांव का रास्ता इस पुल से होकर ही गुजरता लेकिन कर्मचारी की मनमानी चलते लुहिया पुल तोड़कर उस पर ईंटों का पुल बना दिया गया।

जिसकी लागत डेढ करोड़ 66 लाख रुपए की बताई जा रही है। पुल निर्माण के पास रास्ता भी तिरछा किया जा रहा है। आसपास के सैकड़ो गांव के लोग और प्रधान सहित सोमवार की सुबह पहुंचे और काम कर रहे ठेकेदार व कर्मचारियों से नोक झोंक हुई। विरोध प्रदर्शन कर लाखों रुपए घोटाले का भी आरोप लगाया है। बैजू नगर के प्रधान रमेश वर्मा, आज्ञा सिंह, जसमेर सिंह, जयलाल, हरिद्वारी लाल, मदनलाल, डोरी लाल, दिलबाग सिंह, लखबीर सिंह, कर्मवीर, अकील खान, परमजीत, गुरमेल सिंह, सरवन सिंह, बिरसा सिंह, हेमराज, परम सिंह, गेंदन लाल, प्रमोद, नेवाराम, श्यामा चरण, रूपलाल, मोहनलाल सहित आदि लोग मौजूद रहे। 

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