अधिकारी के विरोध के बाद ग्रामीणों की जिद पर शुरू हुई पोखरे की खुदाई



 गोरखपुर। 
पिपरौली क्षेत्र के बनौडा गांव के रखौना टोले पर बुधवार को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत करीब एक लाख पांच हजार कि लागत से पोखरे की खुदाई निश्चित जगह से कहीं और खुदाई करने पर अधिकारी के आदेश के बाद ग्रामीणों व भूमि स्वामी के जिद पर अपने निश्चित जगह पर ही खुदाई आरंभ हुई। इस बीच काफी गरमा गरमी का माहौल रहा अंततः वरिष्ठ अधिकारी उप कृषि निदेशक भूमि संरक्षण विभाग अविनाश चंद्र तिवारी लौट गए। परिणामतह अन्य अधिकारीयों कि उपस्थिति में पोखरे की खुदाई जारी रही। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत जनपद में 20 तालाब खोदने थे ।जिसके लिए बनौडा गांव के रखौना टोले को तालाब खोदने के लिए चिन्हित किया गया।जहां जमुना सिंह पुत्र सहदेव सिंह द्वारा ढाई बीघा जमीन दी गई जिसकी खुदाई कि लागत एक लाख पांच हजार है। जिसमें आधा हिस्सा सरकार देगी और आधा हिस्सा भूमि मालिक को देना है। जिसका आकार 20×22× 3 तय किया गया है तथा इसका काम 31 अक्टूबर तक पूरा कर लिया जाएगा।

इसके उद्देश्य के तहत पोखरे में मछली पालन ,सिंघाड़ा पालन तथा सिंचाई हेतु पानी किसानों को आसानी से मिल सकेगी। इसके लिए इनलेट की भी व्यवस्था है जिसके तहत पोखरे में पानी का आवागमन हो सके। जब बुधवार को सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे और खुदाई प्रारंभ हुई तो उप कृषि निदेशक भूमि संरक्षण विभाग अविनाश चंद्र तिवारी ने उस जगह पर खुदाई का विरोध कर दिया उनका कहना था कि जिस जगह तालाब की खुदाई हो रही है

वहां पानी का आवागमन नहीं हो सकता। कहीं और जमीन चिन्हित की जाए। परिणामतह  भूमि स्वामी और ग्रामीण गुस्से में आ गए और उन्होंने अधिकारी से अपने निर्णय को बदलने का अनुरोध किया। और कहा की जब एग्रीमेंट हो चुका है तो तालाब की खुदाई उसी जगह पर होनी चाहिए। काफी मान मनौवल के बाद भी जब वरिष्ठ अधिकारी नहीं माने तो खुद मायूस होकर लौट गए तथा अन्य अधिकारियों के सहयोग से निश्चित जगह पर ही तालाब की खुदाई आरंभ हुई। इस संबंध में जिला भूमि संरक्षण अधिकारी अनिल प्रसाद मिश्रा ने बताया कि निश्चित जगह पर जहां खुदाई हो रही है उसका विभागीय  टेक्निकली अनुमोदन हो चुका है, वह जगह उपयुक्त है ,और वह कमेटी द्वारा अप्रूव्ड भी है। अतः खुदाई कहीं से भी किसी भी नजरिए से गलत नहीं ह

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें