-मृतकों दो-दो लाख, गंभीर घायलों को 50-50 हजार और मामूली घायलाें को 25-25 हजार रुपये दिये जाएंगे
-बारह से अधिक लोग मलबे में दबे, एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा, कैबिनेट मंत्री के नेतृत्व वाली टीम करेगी राहत कार्यों की निगरानी
चंडीगढ़ पंजाब के बटाला में बुधवार की दोपहर पटाखा फैक्ट्री में हुए धमाके से 20 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 30 अन्य घायल हो गए। घायलों को गुरदासपुर व अमृतसर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। यह पटाखा फैक्ट्री घने आवासीय क्षेत्र के बीच चल रही थी। इस धमाके से उद्योग परिसर व आसपास की करीब आधा दर्जन इमारतें गिर गईं।
Deeply anguished to learn of the loss of lives due to the blast in the firecracker factory in Batala. Rescue operations are underway with the DC & SSP heading the relief efforts.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) September 4, 2019
इमारतों के मलबे में करीब बारह से अधिक लोगों के दबे होने की आशंका है। इसके चलते एनडीआरएफ ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटना पर शोक जताया है और बचाव एवं राहत कार्यों की निगरानी के लिये कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा को घटनास्थल पर भेजा है। साथ ही जिला उपायुक्त व प्रवर पुलिस अधीक्षक को उचित कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने हादसे में मारे गए लोगों के लिये मुआवजे का ऐलान कर दिया है। सरकार मृतकों के परिवार को दो-दो लाख, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार और मामूली रूप से घायलों को 25-25 रपये दिए जाएंगे।
Gurdaspur: Fire breaks out at a fire-crackers factory in Batala; fire tenders present at the spot. More details awaited. #Punjab pic.twitter.com/bp5P5Xq88y
— ANI (@ANI) September 4, 2019
बटाला के शास्त्री नगर व हंसलीपुल के बीचोबीच चल रही इस पटाखा फैक्ट्री में बुधवार को बाद दोपहर बारूद के ढेर में जोरदार धमाका हुआ। यहां आतिशबाजी बनाने का काम चल रहा था। धमाके साथ ही उद्योग परिसर में चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई। यहां काम करने वाले मजदूर जब तक खुद को संभालते तब तक करीब आधा दर्जन इमारतें गिर गईं थी और चारों तरफ आग फैल चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस व फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं।
एक तरफ दमकल गाड़ियां आग पर काबू पाने का प्रयास कर रही थीं तो दूसरी तरफ पुलिस घायलों को बाहर निकालने का काम में जुट गई। इस बीच थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद उद्योग परिसर में रखे बारूद में धमाके होते रहे। मलबे के भीतर लगातार धमाके होने से राहत कार्य में भारी अड़चनें आईं। देर शाम तक जिला प्रशासन वहां के मलबे से 20 शवों को बाहर निकलवा चुका था जबकि तीस घायलों को बटाला व अमृतसर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां पर कई लोगों की हालत गंभीर बतायी जा रही है। अभी मरने और घायलों के नाम पते नहीं मालूम हो सके हैं। हादसे में मरने की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। वहां के सूत्रों का कहना है कि अब तक इस हादसे में 23 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन अभी इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए गुरदासपुर के जिला उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक को राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिये हैं। बाजवा खुद पूरे आपरेशन की निगरानी करेंगे। इसी दौरान पंजाब सरकार के निर्देशों पर लुधियाना व हिमाचल के कांगड़ा से एनडीआरएफ की टीमों को घटनास्थल पर पहुंचने से राहत एवं बचाव कार्य और तेज में तेजी आ गई है।