जायसी पार्क की बदहाली पर लोगों में आक्रोश

*जायस-अमेठी। महापुरुषों की बेइज्जती करना कोई नगर पालिका जायस के अधिकारियों व कर्मचारियों से सीखे । जी हाँ , कुछ ऐसा ही कहना है जायस कस्बे के बाशिंदों का जो न चाहते हुए भी महान सूफी संत मलिक मोहम्मद जायसी के आवास पर बने पार्क की लम्बे समय से हो रही दुर्दशा को देखकर कहने पर मजबूर हैं । कस्बे में 32 वर्ष पूर्व मलिक मोहम्मद जायसी के आवास पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी ने जिस पार्क का शिलान्यास करके मलिक मोहम्मद जायसी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किया था आज वह पार्क नगर पालिका की उदासीनता से अपनी बदहाली व  दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है ।

आज हालत यह है कि उस पार्क में न तो बैठने को बेंच है न लाइट का सही इन्तिजाम है और न ही ढंग की साफ सफाई ही है। पार्क के पास बनी उनकी लाट के इर्द गिर्द उगी बड़ी बड़ी घांस जैसे उस लाट को मुंह चिढ़ाते हुए कह रही हो क्या यही है वतन के महापुरुषों का सम्मान करने का तरीका । लेकिन किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को इस महापुरुष के आवास पर बने पार्क को देखने या उसके सही रखरखाव व सुन्दरीकरण करवाने की भी फुर्सत नही है।

हां यह जरूर है कि पिछले चंद सालो से पालिका में उनकी जन्मतिथि पर चंद फूल डालकर उन्हें जैसे तैसे श्रद्धांजलि दे दी जाती है । हालांकि पालिका की यह उदासीनता अब जायस के बाशिंदों और शिक्षाविदों को अखरने लगी है । कई लोगो ने दबी ज़ुबान इस दर्द को बताते हुए कहा कि जल्द ही इस सम्बंध में एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलकर इसके सुन्दरीकरण करवाये जाने की मांग करेगा । उधर पालिका की अधिशासी अधिकारी प्रियंका मिश्रा का वही रटा रटाया जवाब जो वह अक्सर सभी मामलों में कहती रहती है कि जल्द ही इसे दिखाकर कुछ किया जाएगा ।इस सम्बंध में सभासद सादिक़ मेहदी , अली बाक़र , आबिद अली , मुमताज , सरफराज , आदि लोगो ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जल्द ही मलिक मोहम्मद जायसी के आवास पर बने पार्क का स्वयं निरीक्षण करके उसके सुन्दरीकरण कराए जाने का आदेश पालिका जायस को दे जिससे उसकी बदहाली दूर हो सके । 

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