रूला देंगे आपको 5 साल की मासूम बेटी के ये सवाल, सुनकर तमाम लोगो के आंखों में आ गए आंसू…

5 साल की बेटी ने शहीद को दी मुखाग्नि, पूछा- पापा को कहां ले जा रहे

कश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद होने वाले बिहार के लाल सीआरपीएफ ऑफिसर पिंटू कुमार सिंह को उनकी 5 साल की बेटी पिहू ने रविवार नम आँखों से मुखाग्नि दी. इससे पहले रो-रो कर बेटी अपनी मां से लगातार पूछ रही थी- ‘ये लोग पापा को कहां ले जा रहे हैं. यह बाते सुनकर   वहां खड़े तमाम लोगो  के आंखों में आंसू छलक पड़े। सीआरपीएफ इंस्पेक्टर पिंटू कुमार सिंह की पांच वर्षीया बेटी पीहू ने मुखाग्नि देकर पिता को सलामी देते हुए कहा- पापा जय हिन्द।

5 साल की बेटी ने शहीद को दी मुखाग्नि, पूछा- पापा को कहां ले जा रहे

रविवार को 09:27 मिनट पर वायु सेना के हेलीकॉप्टर से शहीद इंस्पेक्टर का पार्थिव शरीर सीआरपीएफ जवानों की निगरानी में बखरी लाया गया। इसके बाद पार्थिव शरीर को आम लोगों के दर्शन के लिए बखरी थाना के पीछे रामपुर मैदान में रखा गया। करीब आधे घंटे के बाद पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए शोभा यात्रा निकाली गई। इस दौरान आगे-आगे शहीद के शव की गाड़ी और पीछे से हजारों लोगों का हुजूम पैतृक गांव के लिए निकल पड़ा। लोगों के वीर शहीद पिंटु अमर रहे और पाकिस्तान मुर्दाबाद के गगनभेदी नारों से पूरी फिजा गूंज उठी। छह किलोमीटर की दूरी तय कर पार्थिव शरीर को उनके गांव ध्यानचक्की लाया गया।

5 साल की बेटी ने शहीद को दी मुखाग्नि, पूछा- पापा को कहां ले जा रहे

पार्थिव शरीर के गांव पहुंचे ही कोहराम मच गया। यह पहली बार दिखा कि जब गांव की महिला, पुरूष, बच्चे, बूढे़ किसी के अंतिम संस्कार में इतनी बड़ी संख्या में घाट तक गए हो। घाट पर सीआईएसएफ के 12 जवानों द्वारा 24 राउंड फायरिंग कर शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर देकर राजकीय सम्मान से अंतिम विदाई दी।

5 साल की बेटी ने शहीद को दी मुखाग्नि, पूछा- पापा को कहां ले जा रहे

बेटी ने मां से पूछा- ये लोग पापा को कहां ले जा रहे हैं 

शहीद पिंटू का पार्थिव शरीर उनके घर से निकलने के पश्चात उनकी पांच वर्षीय बेटी अपनी मां से पूछा- मम्मा ये लोग पापा को कहां ले जा रहे हैं। इसपर अपने आप को संभालते हुए मां ने कहा- पापा कश्मीर से आए हैं, उन्हें स्टेशन लेने चलेंगे। इतना कहते हुए शहीद पिंटू की पत्नी दहाड़ मारकर रोने लगी। अब किसके घर आने का इंतजार करेंगे। किसके सहारे पहाड़ जैसी जिंदगी कटेगी। इसी बीच परिजन वहां पहुंचे व पीहू को मुखाग्नि देने के लिए लेकर जाने लगे।

5 साल की बेटी ने शहीद को दी मुखाग्नि, पूछा- पापा को कहां ले जा रहे

शहीद की पत्नी ने बेटी से कहा- बेटा पापा को जय हिंद बोल देना 

शहीद पिंटू सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास से अंतिम संस्कार के लिए ज्यों ही निकला, उनकी पत्नी ने अपनी पांच वर्षीया मासूम बच्ची पीहू से कहा- जाओ बेटा पापा को जय हिंद बोल देना। पीहू ने भी मां की बात सुनकर सुर-में-सुर मिलाकर सैल्यूट मारते हुए कही पापा को मैं जय हिन्द कहूंगी।