सचिन के गुरु रमाकांत आचरेकर का निधन, मास्टर ब्लास्टर ने ऐसे दी श्रद्धांजलि

मुंबई। । भारतीय क्रिकेट के द्रोणाचार्य रमाकांत आचरेकर का बुधवार को शाम 5 बजे दादर स्थित उनके निवास पर हार्ट अटैक की वजह से निधन हो गया। आचरेकर सर 87 वर्ष के थे। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को शिवाजी पार्क में किया जाएगा।रमाकांत आचरेकर को पद्मश्री, द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। क्रिकेट जगत के द्रोणाचार्य रमाकांत आचरेकर के निधन की खबर से क्रिकेट जगत में शोक फैल गया है। रमाकांत आचरेकर के शिष्यों में भारत रत्न सचिन तेंदुलकर, विनोद कांबली, प्रवीण आमरे, अजीत आगरकर, चंद्रकांत पंडित, संजय बांगर, बलविंदर संधू , रमेश पोवार आदि का समावेश है।

आचरेकर सर का जन्म 1932 में हुआ था। उन्होंने 11 वर्ष की आयु से ही क्रिकेट खेलना शुरु किया था ,लेकिन क्रिकेट प्रशिक्षक के रुप में उन्हें बहुत अधिक ख्याति मिली । दादर स्थित शिवाजी पार्क मैदान उनकी कर्मस्थली रही है। 1945 में आचरेकर सर ने न्यू हिंद स्पोर्टस क्लब की ओर से क्रिकेट खेलना शुरु किया था। 1963-64 में उन्होंने ऑल इंडिया स्टेट बैंक की ओर हैद्राबाद के विरुद्ध क्रिकेट मैच खेला था।

शिवाजी पार्क में ही आचरेकर गुरुजी ने कामत मेमोरियल क्रिकेट क्लब की स्थापना की और इस समय इसका कामकाज उनकी बेटी व दामाद की देखरेख में हो रहा है। खेल प्रशिक्षक के रुप में रमाकांत आचरेकर को 1990 में द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। महाराष्ट्र सरकार की ओर से श्री शिवछत्रपति जीवन गौरव पुरस्कार सर को 2003 में दिया गया था। इसी तरह 2010 में आचरेकर सर को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभाताई पाटील के हाथों पद्मश्री पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया था। बीसीसीआई ने ट्विटर पर रमाकांत आचरेकर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

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