आगामी लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है. इस चुनाव में सियासी घमासान के बीच नेताओं की तरफ से आपत्तिजनक बयानबाजी भी तेज हो गई है। सभी पार्टियों ने चुनाव के के मद्देनजर पार्टियों का चुनावी अभियान जारी है. इस बीच राहुल गांधी के खिलाफ उत्तर प्रदेश की अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ रहीं मोदी की मंत्री स्मृति ईरानी अपने हलफनामे के बाद फिर से कांग्रेस के निशाने पर आ गईं हैं. दरअसल हलफनामे में स्मृति ईरानी ने अपनी शिक्षा को लेकर जानकारी दी है कि वह 12वीं पास हैं जिसके बाद वह कांग्रेस के निशाने पर आ गईं हैं. कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने स्मृति ईरानी के हलफनामे में बताई गई एजुकेशन को लेकर उनपर निशाना साधा है. इसके लिए बाकायदा प्रियंका ने गाना गाकर स्मृति पर निशाना साधा है.
कांग्रेस प्रवक्ता ने स्मृति ईरानी की पर तंज करते हुए उनके की टीवी सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ की थीम लाइन गाया. उन्होंने कहा, ”क्वालिफिकेशन के भी रूप बदलते हैं, नए-नए सांचे में ढलते हैं, एक डिग्री आती है, एक डिग्री जाती है, बनते एफिडेविट नए हैं’. प्रियंका चतुर्वेदी ने आगे कहा एक सीरियल आने वाला है जिसका नाम होगा, ‘क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थीं’.
#WATCH Congress' Priyanka Chaturdevi: A new serial is going to come, 'Kyunki Mantri Bhi Kabhi Graduate Thi'; Its opening line will be 'Qualifications ke bhi roop badalte hain, naye-naye sanche mein dhalte hain, ek degree aati hai, ek degree jaati hai, bante affidavit naye hain. pic.twitter.com/o8My3RX9JR
— ANI (@ANI) April 12, 2019
कांग्रेस प्रवक्ता ने निशाना साधते हुए कहा
एक सीरियल आने वाला है जिसका नाम है, ‘क्योंकि मंत्री भी कभी ग्रेजुएट थीं’, यह उसी की ओपनिंग लाइन होंगी. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि स्मृतिजी ने अपनी एजुकेशन क्वालिफिकेशन को लेकर एक चीज कायम की है कि किस तरीके से ग्रेजुएट से 12वीं क्लास के हो जाते हैं, वो मोदी सरकार से और मोदी सरकार में ही मुमकिन है.
स्मृति का हलफनामा
साल 2017
केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने 2017 में हुए राज्य सभा चुनावों के दौरान दिए हलफनामे में साफ तौर पर कहा था कि उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी नहीं की है. उसमें कहा गया था की स्मृति ने बीकॉम प्रथम वर्ष पूरा करने के बाद अपनी आगे की पढ़ाई पूरी नहीं की जबकि यह पूरा पाठ्यक्रम 3 साल का था.
साल 2014
इसी तरह की जानकारी स्मृति ने दी थी जब उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान अमेठी से नामांकन किया था. उस दौरान स्मृति ईरानी ने नामांकन पत्र दाखिल करते हुए कहा था की डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग से 1994 में उन्होंने बीकॉम पार्ट-वन किया है लेकिन उसके आगे की पढ़ाई पूरी नहीं की.
साल 2011
स्मृति ईरानी ने यही जानकारी 2011 के राज्यसभा चुनावों के दौरान दी थी जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्होंने 1994 में डीयू के पत्राचार विद्यालय से बीकॉम पार्ट वन किया है जो की पूरा नहीं हो पाया था.
साल 2004
विवाद की वजह बना था स्मृति ईरानी का 2004 के लोकसभा चुनावों के दौरान दिया गया हलफनामा जिसमें स्मृति ईरानी ने नामंकन करते वक़्त अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में जो जानकारी दी थी उसके मुताबिक़ स्मृति ने 1996 में डीयू से पत्राचार के जरिये बीए पूरा किया था.
बता दें कि 2014 के चुनावों के लिए दिए अपने हलफनामे में उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि उन्होंने 1994 में यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया था. उनके किए इस दावे की सत्यता पर विपक्षी दलों ने सवाल उठाते हुए उनके ग्रेजुएट न होने की बात कही थी.