रामायण और महाभारत सीरियल के किरदारों की संसद में भी रही धूम

-सीता की भूमिका निभाने वाली दीपिका बड़ोदरा से रही सांसद
-द्रोपदी रूपा गांगुली इस समय है राज्यसभा की सदस्य
-जमशेदपुर से सांसद रह चुके है महाभारत श्रीकृष्ण नीतिश
-रावण बन चुके अरविंद त्रिवेदी साबरकांठा से रहे सांसद
-हनुमान बनचुके दारा सिंह भी रह चुके है संसद सदस्य

योगेश श्रीवास्तव

लखनऊ। लाकडाउन की अवधि में एक बार फिर रामायण,और महाभारत जैसे धारावाहिकों की धूम है। यह दोनों सीरियल तीनदशक पहले पहले छोटेपर्दे पर धूम मचाए हुए थे। आज लोगों को भले लाकडाउन की अवधि में इन दोनों धारावाहिकों को देखने का अवसर मिल रहा है जबकि अस्सी के दशक में यह दोनों धारावाहिक प्रसारित होते थे तब भी सड़कों पर आज जैसे लांकडाउन की स्थिति हो जाती थी। लाकडाउन की अवधि में जब इन दोनों धारावाहिकों का पुर्नप्रसारण हो रहा है तो इन दोनों धारावाहिकों में काम करने वाले प्रमुख पात्रों का जिक्र होना लाजिमी है। इन दोनों धारावाहिकों में कई प्रमुख पात्र इस फानी दुनिया से अलविदा कह चुके है।इन दोनों धारावाहिकों में काम करने वाले कलाकारों ने जहां अपनी अदाकारी से छोटेपर्दे पर अपना जलवा बिखेरा तो इनमें से कुछ को संसद में योग्यता क्षमता के प्रदर्शन का मौका मिला।

१९९१ में जब भाजपा की लहर चल रही थी तब पार्टी ने इन धारावाहिकों में काम करने वाले कुछ पात्रों को चुनाव मैदान मे ंउतारकर उनकी लोकप्रियता का लाभ उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। महाभारत में द्रोपदी का किरदार निभाने वाली रूपागांगुली इन दिनों राज्यसभा के सदस्य है। 2015 में वह राजनीति में आ गयी और 2016 में उन्होंने पश्चिम बंगाल की हावड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा लेकिन तृणमुल कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर लक्ष्मीरतन शुक्ला से वह हार गयी। बाद में उन्हे नवजोत सिंह सिद्वू की रिक्त राज्यसभा सीट से राज्यसभा भेजा गया। इस समय वह राज्य सभा से सांसद हैं। रामायण में सीता की भूमिका निभाने वाली दीपिका चिखलिया भी भारतीय जनता पार्टी की ओर से वर्ष १९९१ में संसद में प्रतिनिधित्व कर चुकी है। 1991 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने उनकी लोकप्रियता का लाभ उठाते हुए दीपिका को बड़ोदरा से टिकट दिया था। इसी तरह रामायण में हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह जिन्होंने पहलवानी के साथ अपनी अदाकारी से फिल्मी दुनिया में मुकाम बनाया उन्हे भी संसद में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। दारा सिंह धारावाहिक रामायण में काम करने से पहले पिल्मों में चरित्र भूमिका निभाया करते थे रामायण में हनुमान की भूमिका निभाने से पहले वे कई फिल्मों हनुमान की भूमिका निभा चुका थे। अभिनय के साथ ही दारा सिंह ने कई फि ल्मों में अभिनय के अतिरिक्त निर्देशन व लेखन भी किया।

अटल सरकार के दौरान उन्हें राज्य सभा का सदस्य मनोनीत किया। वे अगस्त 2003 से अगस्त 2009 तक पूरे छह वर्ष राज्य सभा के सांसद रहे। इसी तरह रामायण के अन्य अहमं किरदार रावण यानि अरविन्द त्रिवेदी गुजराती रंगमंच के मंझे हुए कलाकार रहे हैं। रामायण सीरियल में आने से पहले वे अपने भाई उपेन्द्र त्रिवेदी के साथ गुजराती फि ल्मों में खूब काम किया। अरविंद त्रिवेदी को वर्ष 1991 में गुजरात के साबरगाठा जिले से सांसद चुने गए थे।

साबरकांठा गुजरात का वहीं निर्वाचन क्षेत्र है जहां से कभी पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा चुनाव जीतते थे। इन दिनों अरविंद त्रिवेदी की आयु ८२ वर्ष हैं। और जब लाकडाउन की अवधि में रामायण का प्रसारण हो रहा है तब वे एक बार फिर उस अपने अभिनीत धारावाहिक को देखकर भावुक होने के साथ अभिभूत हो रहे है।

बीआर चोपड़ा प्रोडक्शन के बैनर तले जब टीवी सीरियल महाभारत का प्रसारण शुरू हुआ तो इसके प्रमुख पात्र भगवान श्रीकृष्ण हर किसी के ह्रदय में बस गए। भगवान श्रीकृष्ण की तरह मोहक मुस्कान वाले मराठी रंगमंच के कलाकार और पेशे से डाक्टर नीतिश भारद्वाज को लोग भगवान कृष्ण की तरह पूजने लगे तो भाजपा ने एक बार फि र इस लोकप्रियता को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी और उन्हे 1998 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की तरफ से जमशेदपुर लोकसभा सीट से टिकट देकर चुनाव मैदान में उतार दिया। नीतिश की लोकप्रियता का आलम यह रहा कि उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी इंदर सिंह नामधारी को लम्बे अंतर से चुनाव हरा दिया। इंदर सिंह नामधारी बाद में झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे।

१.द्रोपदी-रूपा गांगुली

२.सीता-दीपिका चिखलिया

३.हनुमान-दारा सिंह

४.रावण-अरविंद त्रिवेदी

५.कृष्ण-नीतिश भारद्वाज