
वाराणसी। लालपुर पांडेयपुर थाना के निकट शनिवार को उस समय हड़कम्प मच गया, जब थाने के ड्राइवर जसवंत सिंह ने अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। आनन—फानन में चालक को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। सूचना पर परिजन भी वाराणसी के लिए रवाना हो गये। सिपाही ने छुट्टी न मिलने से नाराज होकर यह हृदय विदारक कदम उठा लिया।
मूल रूप से आजमगढ़ जिले के मेंहनगर पवनी खुर्द निवासी सिपाही जसवंत सिंह लालपुर पांडेयपुर थाने में वाहन चालक है। बेटे की बीमारी की जानकारी पर बीते 15 अप्रैल को छुट्टी लेकर अपने गांव गये थे। बेटे की बीमारी ठीक न होने के बावजूद छुट्टी न मिलने पर एक दिन पूर्व जसवंत थाने पर लौटे थे। घर से लौटने के बावजूद परेशान जसवंत नाइट ड्यूटी में नाइट अफसर सूर्यवंश यादव के साथ गश्त पर निकले। नाइट ड्यूटी के बाद वह वाहन चलाते हुए पहड़िया मंडी स्थित धर्मकांटा के समीप पहुंचे। नाइट अफसर सूर्यवंश यादव ने चाय पीने के लिए कहा तो जसवंत ने मना कर दिया और गाड़ी में ड्राइविंग सीट पर ही बैठे रहे। कुछ ही देर बाद चाय पी रहे पुलिसकर्मियों ने गोली चलने की आवाज सुनी तो सहम गए। भागकर सभी पुलिस कर्मी वाहन के पास आए तो देखा कि ड्राइविंग सीट पर बैठे जसवंत सिंह लहूलुहान हाल में अचेत थे। सिर से खून बह रहा था। जीप के अंदर ही रिवाल्वर पड़ी थी। तत्काल साथी पुलिसकर्मियों ने चालक को बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया।
सूचना पाकर अफसर भी घटनास्थल पर पहुंच गए। थाने में चर्चा रही कि ड्राइवर जसवंत सिंह ने खुद को गोली मारने से पहले अपने बेटे को व्हाट्सएप पर एक संदेश भी भेजा । जिसमें इंस्पेक्टर के द्वारा छुट्टी न देने की बात लिखी हुई है। माना जा रहा है कि छुट्टी नहीं मिलने के कारण अवसादग्रस्त थे। थाना प्रभारी द्वारा छुट्टी न दिए जाने और बेटे की बीमारी से परेशान थे।