चौथे चरण के सूरमा, 23 मई को पता चलेगा किसमें है कितना दम

नई दिल्ली । आम चुनाव के चौथे चरण में केन्द्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस समेत अन्य दलों के कुछ दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। इन नेताओं में बेगूसराय से केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार गिरिराज सिंह, उजियारपुर से रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा, यहीं से भाजपा उम्मीदवार बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय, समस्तीपुर से लोजपा के उम्मीदवार रामचंद्र पासवान, फर्रुखाबाद से कांग्रेस के पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद प्रमुख हैं। बिहार की बेगूसराय सीट पर सबकी नजर है। यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुखर आलोचक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) से मैदान में हैं। 23 को मतगणना में पता चलेगा मतदाताओं ने किसका साथ दिया।

इसके अलावा कन्नौज सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी व मौजूदा सांसद डिंपल यादव, राजस्थान के जोधपुर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव और यहीं से भाजपा उम्मीदवार एवं केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, बाड़मेर से कांग्रेस उम्मीदवार मानवेन्द्र सिंह जो भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। झालावाड़- बारां सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह लगातार चौथी बार पार्टी के टिकट पर लड़ रहे हैं। उनके सामने भाजपा से कांग्रेस में शामिल हुए प्रमोद शर्मा मैदान में है। दरभंगा सीट से राजद के उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी मैदान में है। इसी तरह झारखंड के लोहरदगा में भाजपा उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत का मुकाबला कांग्रेस के सुखदेव भगत से है।

मध्यप्रदेश के मंडला से भाजपा उम्मीदवार एवं मौजूदा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, जबलपुर से उम्मीदवार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह तो वहीं ओडिशा की केंद्रपाड़ा सीट के चुनाव पर सबकी नजरें टिकी हैं। नवीन पटनायक के करीबी माने जाने वाले और बीजू जनता दल के एक प्रमुख चेहरे बैजयंत पांडा ने इस बार भाजपा का दामन थामा है, जिसके बाद से इस सीट की लड़ाई खासी दिलचस्प हो गई है। इनके मुकाबले बीजद से राज्यसभा सदस्य तथा फिल्म स्टार अनुभव महांती चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस ने यहां फिर धरनीधर नायक को चुनावी समर में उतारा है। पिछले चुनाव में पंडा बीजद के टिकट से जीते।

भाजपा के समक्ष दक्षिण बंगाल में एकमात्र सीट आसनसोल पर फिर से कब्जा जमाने की चुनौती है। यहां भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो और अभिनेत्री मुनमुन सेन के बीच जंग है। कांग्रेस के लिए बहरमपुर सीट बचाने की चुनौती है । यहां से पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी 1999 से लगातार जीतते आ रहे हैं लेकिन इस बार हालात अलग हैं। वर्ष 2014 में यहां की दो सीटें भाजपा की झोली में आई थीं।

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