लखनऊ के हजरतगंज में मारे गए हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रणजीत श्रीवास्तव उर्फ रणजीत बच्चन गोरखपुर पुलिस के रेकॉर्ड में ‘फरार’ चल रहा है। साली से रेप के मामले में उस पर केस दर्ज है और चार्जशीट भी लग चुकी है। इसके अलावा विवाहेत्तर संबंध की वजह से पत्नी ने भी उस पर मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन फिर दोनों में समझौता हो गया।
20 साल पहले रणजीत के पिता तारा लाल परिवार के साथ भेड़ियागढ़ में किराये का मकान लेकर रहते थे। बाद में तारा लाल ने मेडिकल कॉलेज से आगे पतरका गांव में करीब 20 डिसमिल जमीन खरीदी। रणजीत बच्चन यहीं टिनशेड डालकर रहने लगा। उसने यहां नाट्य कर्म से खुद को जोड़े रखने के लिए दिलचस्पी रखने वाले बच्चों को नाटक वगैरह के गुर सिखाने लगा।
बात साल 2017 की है। साली ने शाहपुर थाना में रणजीत बच्चन के खिलाफ छेड़खानी और मारपीट का केस दर्ज कराया। मैजिस्ट्रेट के सामने दफा 164 के बयान में साली ने रेप का जिक्र किया तो धारा 376 भी लग गई। तब वह भेड़ियागढ़ में ही किराये के मकान में रहता था।
ससुराल भी घर के सामने ही थी। तब से वह पुलिस रेकॉर्ड में ‘फरार’ चल रहा है। पुलिस ने रेप के इस मामले में आरोप पत्र भी अदालत में दाखिल कर दिया है। पकड़ में नहीं आने पर 2018 में ही पुलिस ने पतरका गांव वाले शेडनुमा मकान पर कुर्की की नोटिस भी चस्पा की। अब कुर्की का आदेश भी होने वाला था।
साली से रेप के बाद ससुराल ने रणजीत बच्चन से किनारा कस लिया था। हत्या के बाद साली ने कहा कि अब उनसे परिवार का कोई नाता नहीं है। बातचीत भी नहीं होती है। चूंकि बहन पति की तरफदारी करती थी और केस वापस लेने को कहती थी इसलिए परिवार ने उससे भी बातचीत बंद कर दी। साली फिलहाल एक हॉस्पिटल में अपनी मां का इलाज करा रही है।