प्रधानमंत्री के आने से पहले ही बने तीन विश्व कीर्तिमान, साल भर में प्रयाग के नाम हुए सात रिकार्ड

-गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने दर्ज किये कीर्तिमान

-मुख्यमंत्री योगी ने मोदी को सौंपे विश्व रिकॉर्ड के प्रमाणपत्र

प्रयागराज । प्रयागराज के परेड मैंदान में शनिवार को आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहुंचने से पहले ही संगम नगरी के इतिहास में विश्व कीर्तिमान के तीन अध्याय और जुड़ गये। ये तीनों विश्व रिकार्ड शुक्रवार की रात से शनिवार की सुबह तक बन गये।

लंदन से आई गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की 60 सदस्य टीम ने पूरी निगरानी के बाद तीनों कीर्तिमानों पर मुहर लगाई और शनिवार सुबह प्रमाण पत्र भी जारी किया। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीनों विश्व कीर्तिमान के प्रमाण पत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सौंपा।

कीर्तिमानों की निगरानी के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम एक दिन पहले ही नगर में पहुंच चुकी थी। जिला प्रशासन ने भी ऐसी व्यवस्था की थी कि एक रिकार्ड शुक्रवार रात में ही बन गया। यह विश्व कीर्तिमान 1.8 किमी की हाथ से चलने वाली ट्राई साइकिलों पर दिव्यांगजन की परेड का बना है। इसके लिए कार्यक्रम स्थल पर मेला प्राधिकरण कार्यालय के सामने संगम वापसी मार्ग पर ठीक 1.8 किमी की 300 ट्राई साइकिलों की लंबी परेड कराई गई। हर ट्राई साइकिल पर एक-एक दिव्यांगजन बैठाए गए थे। इसकी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी कराई गई। फिर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने इस रिकॉर्ड पर मुहर लगा दी। यह रिकॉर्ड पहले यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) के नाम था।

इसके बाद शनिवार सुबह दो कीर्तिमान दर्ज किये गये। इनमें पहले व्हील चेयर की सबसे लंबी परेड और लाइन का रिकॉर्ड बना। इस परेड में चार सौ व्हील चेयर शामिल थीं और सभी पर एक-एक दिव्यांगजन बैठे थे। इसके बाद 625 हाथ से चलने वाली ट्राई साइकिलों के वितरण का विश्व कीर्तिमान बना।

दिव्यांगजनों व बुजुर्गों के उपकरण वितरण समारोह में शामिल होने यहां आये केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने बताया कि उनके मंत्रालय ने इससे पहले सात विश्व कीर्तिमान और बनाए हैं। उन्होंने बताया कि ये सभी रिकार्ड पांच साल में बने हैं। इससे पहले इस प्रकार का कोई रिकार्ड नहीं था।

पिछले एक साल में प्रयागराज के नाम हुए सात विश्व कीर्तिमान

प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम के दौरान बने तीन विश्व कीर्तिमार्नों के साथ पिछले एक साल में प्रयागराज के नाम अब सात विश्व रिकार्ड जुड़ गये। चार रिकार्ड पहले ही बन चुके हैं। पिछले वर्ष यहां आयोजित हुए कुम्भ मेले के दौरान तो तीन दिन में तीन रिकार्ड बने थे। इनमें पहला 28 फरवरी 2019 को 500 से अधिक शटल बसों के एक साथ संचालन का विश्व रिकार्ड बना था। यह रिकार्ड पहले यूएई के नाम था। कुम्भ में दूसरा 01 मार्च 2019 को बना। इसमें मेला क्षेत्र के गंगा पंडाल में सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक 7664 लोगों ने दीवार पर हाथ की छाप छोड़कर विश्व कीर्तिमान बनाया था। यह रिकार्ड पहले सियोल के नाम दर्ज था। इसी तरह 02 मार्च 2019 को एक साथ 10 हजार सफाई कर्मियों ने तीन मिनट तक लगातार सफाई कर नया रिकार्ड बनाया था, जो किसी के पास नहीं था।

इसके बाद 10 अगस्त 2019 को चौथा रिकार्ड पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के रास्ते प्रयागराज के नाम आया। इसमें परेड मैदान में ही एक स्थान से सात घंटे में 66 हजार पौध बांटने का विश्व कीर्तिमान बना।