बुलंदशहर हिंसा : अब हुई असल गिरफ्तारी, मुख्य आरोपी अब भी फरार

लखनऊ. उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क (एसटीएफ) ने गत तीन दिसम्बर को बुलंदशहर के  स्याना क्षेत्र में गोकशी को लेकर हुई हिंसा के मामले नामजद दो और अरोपियों को मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बुलन्दशहर हिंसा से सम्बन्धित स्याना कोतवाली में पंजीकृत मामले में वांछित आरोपी हरवानपुर निवासी सचिन उर्फ काेबरा और चिंगरावठी निवासी जौनी चौधरी को स्याना इलाके में गठिया बादशाहपुर बस स्टैण्ड से गिरफ्तार कर लिया।

इस बीच बुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताय कि बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस और एसटीएफ अब तक 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। उन्होंने बताया कि आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस की दविश जारी है।

एसटीएफ ने किया बुलंदशहर हिंसा के दो और आरोपियों को गिरफ्तार

गौरतलब है कि गत तीन दिसम्बर को बुलन्दशहर के स्याना क्षेत्र में गोकशी काे लेकर हुई हिंसा में स्थाना के थाना प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह और सुमित नामक युवक की मृत्यु हो गई थी । इस घटना के सिलसिले में 27 नामजत समेत 67 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था । पुलिस ने पिछले दिनों 15 से अधिक वांछित आरोपियों के घर कुर्की वारंट चस्पा कर उनकी फोटो सोशल मिड़िया पर जारी कर रखी हैं ।

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चार सदस्यीय गैंग ने की थी गोकशी
बुलंदशहर पुलिस ने बजरंग दल के नेता योगेश राज की शिकायत पर सात लोगों के खिलाफ गोकशी का केस दर्ज किया था। शुरुआती जांच में एफआईआर में दर्ज इन सभी सातों आरोपियों को क्लीन चिट दे दी गई थी। इसी शिकायत के आधार पर पुलिस गोकशी की जांच कर रही थी। पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान चार सदस्यीय गैंग का पता चला, जिनका हाथ गोकशी में था। इस गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अभी फरार है।

एसएसपी बुलंदशहर प्रभाकर चौधरी ने बताया, ‘गोकशी के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। चौथा आरोपी हारून अभी फरार है। इस घटना के जो सात वास्तविक आरोपी हैं, अभी तक उनके खिलाफ कोई भी सबूत पुलिस को नहीं मिला है। जांच के बाद इन सभी आरोपियों के नाम बताए जाएंगे।’

गायों के टुकड़े कर जानबूझकर फेंके थे
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पहले गायों को बंदूक से गोली मारी। गाय की मौत के बाद उन्हें चाकू से काटा गया। गायों के ये टुकड़े गैंग के सदस्यों ने आपस में बांटे। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से एक मारूति जिप्सी, कुल्हाड़ी, चाकू और लाइसेंसी बंदूक बरामद की गई है।

दंगा भड़काने के लिए रची थी साजिश

बुलंदशहर हिंसा के बाद पुलिस गोकशी की जांच कर रही थी। वरिष्ठ अधिकारियों ने पहले ही कहा था कि बुलंदशहर की घटना एक सुनियोजित साजिश थी। दंगा भड़काने के लिए गोमांस लाकर वहां फेंका गया था। पुलिस इस बात की जांच कर रही थी कि गांव में गोमांस कहां से आया और उसे कौन लाया था?  

यह है घटना

3 दिसंबर को बुलंदशहर में गोकशी के आरोप के बाद हिंसा हुई थी। इस हिंसा में स्याना इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सहित एक अन्य युवक की मौत हो गई थी। इस घटना पर पुलिस ने 27 लोगों के खिलाफ नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। पुलिस अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। मंगलवार को वायरल विडियो के आधार पर भगवानपुर निवासी सचिन उर्फ कोबरा तथा चिंगरावठी निवासी जॉनी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। बजरंग दल का नेता योगेश राज अभी भी फरार है

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