सचिन पायलट के बगावत से इनकी लग सकती है ‘लॉटरी’, बनाया जा सकता है प्रदेश अध्यक्ष !

: एमपी के बाद अब राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार पर सियासी संकट आ गया है, मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद कमलनाथ सरकार विदा हो गई, तो अब सचिन पायलट के बागी तेवर से अशोक गहलोत की कुर्सी खतरे में नजर आ रही है, अशोक गहलोत भी एक्शन मोड में हैं, कहा जा रहा है कि आज सचिन पायलट को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है, खबर ये भी है कि सचिन पायलट की जगह रघुवीर मीणा को प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी दी जा सकती है।

सरपंच चुनाव से शुरुआत
आपको बता दें कि रघुवीर मीणा राजस्थान की राजनीति का वो नाम हैं, जिन्होने सरपंच चुनाव से लेकर विधानसभा तथा लोकसभा तक की यात्रा की, 1988 में मीणा उदयपुर जिले के सारदा तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खारबर के सरपंच बने थे, 61 वर्षीय मीणा ने साल 1993 में पहली बार सारदा विधानसभा चुनाव से जीत हासिल किया था, वो 2008 तक इस सीट से विधायक रहे थे, फिर गहलोत सरकार में मंत्री भी रहे।


संगठन का अनुभव
सीएम अशोक गहलोत के भरोसेमंद तथा करीबी होने की वजह से प्रदेश अध्यक्ष के दौड़ में उन्हें सबसे आगे बताया जा रहा है, उनके पास संगठन का बड़ा अनुभव है, यूथ कांग्रेस से लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी तक उन्होने कई जिम्मेदार पद संभाला है, 2005 से 2011 तक वो राजस्थान कांग्रेस में महासचिव भी रहे, साथ ही प्रदेश उपाध्यक्ष का पद भी संभाला है, सारदा विधानसभा के बाद रघुवीर मीणा ने 2008 में सालुंबर विधानसभा सीट से किस्मत आजमायी थी, और जीत भी हासिल की थी, फिर 2009 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें उदयपुर सीट से टिकट दिया, जहां मीणा पास हो गये।

अब मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
इस तरह रघुवीर मीणा को ग्राम पंचायत से लेकर विधानसभा, यूथ कांग्रेस, लोकसभा, मंत्री, तथा संगठन का अच्छा खासा अनुभव है, वो 4 बार विधायक रहे, मंत्री रहे, उदयपुर से सांसद रहे, अब सचिन पायलट के बगावत के बाद अशोक गहलोत उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंप सकते हैं।

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