पेट में ऐसी चीज लेकर पैदा हुई बच्ची जो बढ़ रही थी हर दिन, डॉक्टर भी देखकर हुए परेशान

दुनिया में कई घटनाए अजीब न होते हुए भी अचम्भित कर जाती है | एक ऐसा ही मामला सामने आया मिशिगन के एक परिवार का जिन्हें दो जुड़वा बच्चियों का तोहफा मिला था। लेकिन तभी इन बच्चियों की नियमित जांच के दौरान एक दिल दहला देने वाली बात का पता चला | वह ये की ये बचपन से ही दुर्लभ कैंसर से ग्रसित है। लेकिन इसके बावजूद दोनों जुड़वा बच्चियां चमत्कारी ढंग से ठीक भी हो गईं |

जुलाई 4, 2007 में इन बच्चियों के माता-पिता अलिसा और माइकल डन ने इन बच्चियों का इस दुनियां में स्वागत किया| इसी दौरान सीबीएन से हुई एक बातचीत के समय अलिसा ने कुछ ऐसी बातें बताई जिन्हें जानकर सभी के होश उड़ गये |अलिसा ने उस बातचीत के दौरान बताया की उनकी एक बच्ची का वजन 2.61 किलो था और वही दूसरी का वजन भी 2.49 किलो था , और इसी से पता चलता है की ये दोनों बिल्कुल ठीक थीं।

4 जुलाई में दोनों ने साथ आकर हमें आश्चर्य चकित कर दिया था।’ हालांकि, मैडलीन के जन्म के दो महीने बाद, जांच के दौरान जो बात सामने आई, वह उसके माता-पिता के लिए किसी भयानक सपने से कम नहीं थी। मैडलीन को दुर्लभ तरीके का बचपन में ही कैंसर था जो की चरण 4 न्यूरोब्लास्टोमा में पहुँच गया था और एक गेंद के बराबर ट्यूमर उसके पेट में बढ़ता ही जा रहा था |

जन इनके माता पिता इस बारे में जाने तो वे इन दोनों जुड़वा बच्चों को चिल्ड्रेन्स हॉस्पिटल ऑफ मिशिगन, डेट्रॉइट मेडिकल सेंटर ले जाया गया, डॉ. जेफरी टोब ने मैडलीन की जाँच की और उन्हें कुछ गड़बड़ महसूस हुई। फिर उनका ध्यान दूसरी जुड़वा बच्ची पर गया। डॉ. टोब बताते हैं, ‘मुझे और मेरे सहायक को यह महसूस हुआ कि कुछ तो है जो सही नहीं है।हमने इसाबेल के पेट को भी देखने के लिए पूछा। जल्द ही उसे अल्ट्रासाउंड के लिए भेज दिया गया और दुर्भाग्यवश उसके पेट में भी वही था जो मैडलीन के पेट में था।

डॉ. टोब ने कहा इलाज का सबसे बेहतर तरीका था कीमोथेरेपी और दोनों जुड़वा बच्चों को अलग रख दिया गया यहां तक कि माता-पिता को भी उन्हें छूने की अनुमति नहीं थी। स्वस्थ होने की आशा में, जुड़वा बच्चियों को कीमोथेरेपी के दूसरे चरण के लिए एक साथ भेजा गया और उनके स्वास्थ्य में आश्चर्यजनक तरीके से सुधार आया। अलिसा ने कहा, ‘उन्होंने पहली बार हमें दोनों को एक साथ रखने को कहा और उन्होंने एक दूसरे को पहचान लिया। वह बहुत बड़ा था। उन्होंने लात मारना और हंसना शुरू कर दिया जो इन्होंने पिछले एक महीने तक ऐसा नहीं किया था।

कुछ हफ्तों बाद, वे घर वापस आ सकीं। जैसा कि परिवार वाले घर में पहले से ही इकट्ठे थे, उन्हें सबसे अच्छी खबर मिली। अलिसा ने कहा, ‘उस दिन 14 दिसंबर था और घर में क्रिसमस ट्री चमक रहा था। हमारे माता-पिता आये हुए थे और हम उस मौके पर खुशियां मना रहे थे। हमें कॉल आया जिसमें बताया गया कि अब बच्चियों को कोई बीमारी नहीं है। मुझे आज भी याद है मैंने फ़ोन रखा और मुझे बस ऐसा महसूस हुआ, ‘सच में? वाह!

उसी समय से ,वे जुलाई 4 को अपने बच्चियों के कई जन्मदिन मना चुकी हैं। अलिसा ने लोगों से कहा, ‘हमारा प्यार हर दिन बढ़ता जा रहा है, हम बहुत शुक्रगुज़ार हैं,’ उन्होंने एक और बात कही, ‘हम हर दिन यह खुशी मनाते हैं कि वे दोनों हर सुबह स्वस्थ उठती हैं और आज पूरी तरह से स्वस्थ हैं |

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