दो साल के बच्चे ने क्रिसमस के दिन अपने घर के सामने से जाने वाले एक लंबी दाढ़ी वाले एक शख्स को देखकर उसे सांता समझकर उसे पुकारा। बच्चे की आवाज सुनकर वो शख्श रुका, उस बच्चे को प्यार किया, कुछ चोकलेट और पैसे दिये, बच्चे ने उसे असली सांता समझा और ख़ुश हुआ।
उसके बाद हुसैन जो लंदन में एक अकाउंटेंट है हर साल क्रिसमस के दिन उस बच्चे और उसके बहेन को कुछ गिफ्ट्स देने आते हैं।
4 साल गुज़र चुके हैं, हुसैन अब अकसर उस बच्चे के जन्मदिन या किसी और प्रोग्राम के समय भी उनके घर आते रहते हैं और उस बच्चे के परिवार वाले भी उनके घर जाते रहते हैं।
किसी ने सच ही कहा है, कुछ रिश्ते खुन के नहीं इंसानियत के ऐसे भी बनते हैं जो कभी नहीं टूटते।