गोरखपुर महोत्सव में बोले सीएम योगी, रामगढ़ताल में उतारेंगे सी-प्लेन


-गोरखपुर के समापन समारोह में सीएम योगी ने किया सहभागिता-सीएम योगी नः प्रदेश वासियों को दी मकर संक्रांति की बधाई 
 
चित्र परिचय : महोत्सव को संबोधित करते सीएम योगी (फोटो नम्बर-1) गोरखपुर।  गोरखपुर महोत्सव के समापन पर पहुंचे सीएम योगी ने गोरखपुर वासियों को कई सौगात दी। उन्होंने सबसे पहले प्रदेश वासियों को मकर संक्रांति बधाई दी। इसके बाद उन्होंने लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जल्द ही गोरखपुर के खुबसूरत रामगढ़ताल में सी प्लेन उतारेंगे। उन्होंने कहा कि इसमें सभी आधुनिक सुविधा रहेगी, साथ ही किसी को अगर एयरपोर्ट दूर लगेगा तो वह रामगढ़ ताल आएगा और हम वहीं से उसे किसी भी जगह सी प्लेन से पहुंचा देंगे।सीएम योगी ने कहा कि 16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना वैक्सीन लगाया जाएगा। अबतक की सबसे बड़ी महामारी से जूझ रही दुनिया के सामने अपना देश मिशाल पेश करेगा। कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में 2020 में शुरू हुई कोरोना की लड़ाई 2021 में अंजाम तक पहुंचने वाली है। वैक्सीनशन के लिए अपनी बारी का इंतजार करें। जो संयम, अनुशासन बना है, उसे आगे भी बनाए रखने की जरूरत है।


सीएम योगी ने कहा कि 1990 में बंद खाद कारखाना 2021 में धुंआ उगलता दिखेगा। वहीं पहले सिंगल लेन की सड़क होने के कारण पूरे शहर में जाम लगा करता था और अब सभी सड़के चौड़ी हो रही हैं। गोरखपुर में आवागमन सरल हो रही है, यहां गोरखपुर एयरपोर्ट से 9 फ्लाइट चल रही हैं, जिससे कहीं भी जा सकते हैं। वहीं कुशीनगर से अंतरराष्ट्रीय अड्डा जल्द शुरू होने वाला है।सीएम ने कहा कि चौरीचौरा महोत्सव को आगे बढ़ाएंगे। प्रदेश में पूरे साल कहीं ना कहीं कार्यक्रम होगा, प्रदेश के हर शहीद स्थल पर कार्यक्रम होगा। चौरीचौरा से शुरू कर सभी जिलों के शहीद स्थलों से जोड़ेंगे। इसे स्कूल-कॉलेज के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएंगे।उन्होंने कहा कि गोरखपुर चिड़िया घर इस साल शुरू होगा। बर्ड फ्लू नहीं होता तो अब तक जानवर आ भी जाते। गोरखपुर का चिड़ियाघर देश का सबसे खूबसूरत बनेगा। यहां परिसर में एक थाना भी होगा, जो लोगों की सुरक्षा का ख्याल रखेगा। लोग परिवार के साथ यहां घूमने आ सकते हैं। —————————— 

सीएम योगी ने गोरखपुर में लहराया प्रदेश का सबसे ऊंचा तिरंगा 

गोरखपुर। गोरखपुर महोत्सव के समापन में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगढ़ ताल के किनारे लगाए गए प्रदेश के सबसे ऊंचे तिरंगे (246 फीट) को लहराया। उन्होंने वर्जुअल माध्यम से वंदे मातरम धुन के बीच एलईडी स्क्रीन पर राष्ट्रीय ध्वज लहराया। 
इससे पहले प्रदेश का सबसे ऊंचा तिरंगा गाजियाबाद के मुखर्जी पार्क में लगा था। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने कोणार्क मंदिर की तर्ज पर बने जेट्टी प्रवेश द्वार और बुद्ध प्रवेश द्वार का भी लोकार्पण किया।उद्योगपति अमर तुलस्यान ने गोरखपुर में प्रदेश का सबसे ऊंचे तिरंगे की योजना बनाई थी। दिसंबर 2017 में जिला प्रशासन से इसके लिए अनुमति मिल गई थी। इसका ढांचा तैयार कर तिरंगा लगाने वाली कंपनी ने इसका ट्रायल भी कर लिया था।इसी बीच नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से रामगढ़ ताल के किनारे किसी भी प्रकार के निर्माण पर रोक लगा दी गई थी। बाद में जीडीए की ओर अनुमति मिलने के बाद यहां पोल खड़ा कर दिया गया। करीब एक साल से तिरंगा फहराने का इंतजार किया जा रहा था। अब यह इंतजार खत्म हुआ है।

 -15 किलोमीटर दूर से नजर आएगा 
गाजियाबाद के मुखर्जी पार्क में लगे तिरंगे की ऊंचाई 211 फीट है। गोरखपुर में इससे 35 फीट ऊंचा यानी 246 फीट ऊंचा तिरंगा लहराया गया। इसे 15 किलोमीटर की परिधि से देखा जा सकता है। ————————-

 सीएम योगी ने रूद्राभिषेक कर लोक कल्याण की किया कामना 

चित्र परिचय : रूद्राभिषेक करते सीएम योगी (फोटो नम्बर-3) गोरखपुर। गोरखपुर के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने बुधवार को गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने आवास पर रुद्राभिषेक कर जनकल्‍याण की प्रार्थना की। सुबह परम्‍परागत दिनचर्या के तहत आवास से निकलने के बाद उन्‍होंने सबसे पहले मुख्‍य मंदिर में गुरु गोरखनाथ की पूजा-अर्चना की। इसके बाद अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की समाधि स्थल पर गए और उनका आशीर्वाद लिया। सुबह मंदिर परिसर के भ्रमण पर निकले सीएम ने कर्मचारियों और जिला प्रशासन के अधिकारियों को मकर संक्रांति पर लगने वाले खिचड़ी मेला की तैयारियों से सम्‍बन्धित जरूरी दिशानिर्देश दिए। इसके बाद उन्‍होंने आधा घंटे का वक्‍त गोशाला में गायों के साथ गुजारा। सीएम ने मंदिर कार्यालय में कुछ लोगों से मुलाकात भी की।

उसके बाद मुख्यमंत्री रुद्राभिषेक के लिए अपने आवास के शक्तिपीठ में पहुंचे। वहां आचार्यगण पहले से तैयारी के साथ बैठे थे। सीएम के पहुंचने के बाद गणेश वंदना और शिव पूजा के साथ दुग्ध और जल से रुद्राभिषेक का अनुष्ठान शुरू हुआ। रुद्राभिषेक करीब एक घंटे तक चला। अंत में आरती हुई और प्रसाद वितरित किया गया। रुद्राभिषेक कराने वाले आचार्यों में प्रधान पुरोहित के अलावा प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, डॉ. रोहित मिश्र, डॉ. रंगनाथ त्रिपाठी, पुरुषोत्तम चौबे और बनारस से आए महंत संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा शामिल रहे। 

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