हरे कृष्ण हरे कृष्ण! बैलगाड़ी पर संकीर्तन कर विदेशी भक्त कर रहे हैं चौरासी कोस यात्रा

 

मथुरा, । कान्हा की नगरी में चौरासी कोस परिक्रमा देशी-विदेशी भक्त निरंतर लगा रहे हैं, कोई पैदल तो कोई हरि संकीर्तन में मग्न हो ठाकुरजी को मनाने में लगा हुआ है।

सोमवार सुबह यूरोप और आईलैण्ड से आए पांच विदेशी भक्त बैलगाड़ी द्वारा चौरासी कोस यात्रा पर निकले, उनके द्वारा ‘हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे-हरे के बोल ने सभी ग्रामीणों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया। इस दौरान विदेशी भक्तों ने ठाकुरजी का प्रसाद एवं योगीराज श्रीकृष्ण की धर्म प्रचार किताबे भी बांटी। यूरोप के श्रद्धालु ने बताया कि ठाकुरजी इज ब्रजवासी।

‘हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण हरे हरे’ ढांल मृदंग और मंजीरा की धुन पर नाचते गाते विदेशी भक्तों की ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा बैलगाड़ी द्वारा सोमवार को सुरीर होकर वृंदावन रमणरेती के लिए निकाली गई। परिक्रमा में भजन कीर्तन करते हुए विदेशी भक्त धर्म का प्रचार प्रसार करते चल रहे थे। यूरोप देशों से आए विदेशी भक्तों ने बैल गाड़ी में प्रसाद और सनातन धर्म से संबंधित किताबें लेकर हरे कृष्ण हरे राम की अलख जगाते हुए नाचते गाते परिक्रमा कर रहे थे। जगह-जगह ग्रामीण विदेशी भक्तों को देकर उत्साहित हो रहे थे, वहीं विदेशी भक्त ग्रामीणों को प्रसाद और किताबें देकर हरे कृष्ण की अलख जगाते आगे बढ़ रहे थे।

इस दौरान यूरोप से आए परशुराम दास ने बताया कि ठाकुरजी इज ब्रजवासी, श्रीकृष्ण चन्द्र भगवान की जय हो, हम चौरासी कोस यात्रा कर रहे है, इस दौरान हम पांच लोकसारंग दास, डायपर दास, पदमनाम दास, रामानंद दास निवासी आईलैंड ने गौशाला, लोहवन, महावन, राया आदि जगह परिक्रमा करते हुए यहां पहुंचे हैं, 23 ईयर से वृंदावन आकर हर साल परिक्रमा कर रहे हैं।

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