न्यायमूर्ति शरद अरविंद बोबडे ने सोमवार को देश के 47वें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में न्यायमूर्ति बोबडे को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई गण्यमान्य लोग मौजूद थे।
#WATCH Delhi: Justice Sharad Arvind Bobde takes oath as the 47th Chief Justice of India. He succeeds Justice Ranjan Gogoi. pic.twitter.com/Spb5Eys5KS
— ANI (@ANI) November 18, 2019
63 वर्षीय न्यायमूर्ति बोबडे मौजूदा मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई का स्थान लेंगे। वह 17 महीने तक उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद पर रहेंगे और 23 अप्रैल 2021 को सेवानिवृत्त होंगे।
LIVE: Swearing-in-Ceremony of the Chief Justice of India Justice Sharad Arvind Bobde https://t.co/r0ALru3rMh
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Delhi: Justice Sharad Arvind Bobde takes oath as Chief Justice of India. pic.twitter.com/JdacpmNUi4
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बतौर CJI जस्टिस एस. ए. बोबडे के सामने कई बड़े फैसले होंगे, जिनपर उन्हें फैसला सुनाना होगा। हाल ही में अयोध्या विवाद पर फैसला आया है, लेकिन इसपर पुनर्विचार याचिका दायर होने का भी निर्णय मुस्लिम पक्ष ने लिया है। दूसरी ओर सबरीमाला विवाद को अब बड़ी बेंच को सौंपा गया है, ऐसे में बतौर चीफ जस्टिस वह इस बेंच का हिस्सा होंगे।
सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर जानकारी.
17 महीने का कार्यकाल
न्यायमूर्ति बोबडे 17 महीने तक उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पद पर रहेंगे और 23 अप्रैल 2021 को सेवानिवृत्त होंगे। न्यायमूर्ति बोबडे महाराष्ट्र के वकील परिवार से आते हैं और उनके पिता अरविंद श्रीनिवास बोबडे भी मशहूर वकील थे।
नागपुर में जन्म
* 24 अप्रैल 1956 में महाराष्ट्र के नागपुर में न्यायमूर्ति बोबडे का जन्म
* नागपुर विश्वविद्यालय से कला एवं कानून में स्नातक की उपाधि हासिल की
* 1978 में महाराष्ट्र बार परिषद में उन्होंने बतौर अधिवक्ता अपना पंजीकरण कराया
* 21 साल तक नागपुर पीठ में 21 साल तक सेवाएं दी
* 1998 में न्यायमूर्ति बोबडे वरिष्ठ अधिवक्ता बने
2012 में मुख्य न्यायाधीश बने
न्यायमूर्ति बोबडे ने 29 मार्च 2000 में बंबई उच्च न्यायालय के अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। 16 अक्तूबर 2012 को वह मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश बने। 2013 में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश बने।