
फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ भीड़ जुटाने वाले कांग्रेसी विधायक आरिफ मसूद की मुश्किलें अब थमने का नाम नही ले रही. जिस तरह से उत्तर प्रदेश के मुखिया प्रदेश के अपराधियों के खिलाफ सख्त है उसी तरह अब शिवराज भी उन्हीं की राह पर चलते नजर आ रहे है. शिवराज ने भी अब मन बना लिया है कि प्रदेश में कट्टरवाद को पनपने नहीं दिया जाएगा. जो भी प्रदेश में रहकर कानून को ताख पर रखकर काम करेगा, मामा अब उसे कुचल कर रख देगें.
अब शिवराज सरकार और मध्य प्रदेश प्रशासन ने मसूद के अपराधों की कुंडली भी निकल ली है. मसूद अब कुछ भी कर ले लेकिन उसे अपने पापों की सजा तो भुगतनी ही पडे़गी. आरिफ मसूद पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भोपाल नगर निगम ने इंदिरा प्रियदर्शनी कॉलेज में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद के चार अवैध निर्माण को तोड़ कर मिट्टी में मिला दिया है.
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भी साफ कहा है कि मध्य प्रदेश में सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों से शिवराज सरकार सख्ती से निपटेगी. किसी भी तरह की अवैधानिक गतिविधियों में लिप्त लोगों के खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी. अगर प्रदेश में आगे भी इस तरह की कोई अवैध गतिविधि सामने आती है तो सरकार कार्रवाई से नहीं हिचकेगी. मतलब साफ है मसूद की खैर नहीं.
आपको बता दें कि मसूद पर 34 साल में 34 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. बता दें कि भोपाल के शाहजहांनाबाद थाने से लेकर नए भोपाल तक में उसके खिलाफ हत्या का प्रयास, शासकीय कामों में बाधा, बलवा जैसे संगीन अपराध दर्ज हो चुके हैं. इस पर सबसे पहला मामला साल 1986 में दर्ज हुआ था और तबसे मसूद अपराध की दुनिया में पैर पसारता चला गया.
बताया जाता है कि बुधवार रात ही सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस विधायक की सारी पटकथा लिख दी थी. इसके बाद आधिकारियों के साथ मीटिंग कर सख्त आदेश दिए थे कि प्रदेश के सारे भू-माफियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके सारे रिकॉर्ड निकाले जाएं. इसके बाद आज सुबह 7 बजे सबसे पहले विधायक के खिलाफ शिकंजा कसते हुए बड़े तालाब किनारे अवैध बनी कॉलेज बिल्डिंग को बुल्डोजर से गिरा दिया गया. इसके बाद विधायक के सारे अपराधिक मामलों की कुंडली निकाल ली गई. जिसमें साल 1986 से लेकर साल 2020 के अभी तके मामले दर्ज हैं. लेकिन अब नहीं अब मसूद का अंत तय है.
अगर मसूद ने और जहर उगला तो सरकार उसका ऐसा हाल करेगी कि वो शिवराज से अपनी जान की भीख मागेंगा लेकिन बदले में मिलेगी सिर्फ सजा. मसूद ने भाषण देते हुए केंद्र और राज्य पर आरोप लगाया था कि यह हिंदूवादी सरकारें फ्रांस के प्रेसिडेंट का सपोर्ट कर रही हैं. उसने धमकी देते हुए कहा था कि अगर दोनों सरकारों ने फ्रांस का विरोध नहीं किया तो हम हिंदुस्तान में भी ईंट से ईंट बजा देंगे.फिलहील तो शिवराज मसूद की ईट गिराने में लग गए हैं. अब इस जहरीले सांप का ऐसा हाल होगा कि इसका हाल देखकर मध्यप्रदेश के अपराधियों की रुह कांप जाएगी.














