
उत्तर प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं की तारीख में एक बार फिर बदलाव होने जा रहा है. इसकी वजह कोरोना नहीं बल्कि राज्य में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हैं. माना जा रहा है कि 24 अप्रैल से होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं की तारीख में बदलाव किया जाएगा. जानकारी के मुताबिक, राज्य निर्वाचन आयोग ने सरकार से यूपी बोर्ड परीक्षाओं को दो हफ्ते के लिए टालने का आग्रह किया है. दरअसल, आरक्षण को लेकर हाई कोर्ट के फैसले के बाद अब 12 मई तक चुनाव करवाने हैं, ऐसे में निर्वाचन आयोग ने बोर्ड परीक्षाओं की तारीख में बदलाव का आग्रह किया है.
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने भी इस बात के संकेत दिए हैं कि अगर हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दी गई चुनौती पर जो फैसला आएगा उसी के अनुसार निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि फ़िलहाल बोर्ड परीक्षाएं 24 अप्रैल से होनी है, लेकिन पंचायत चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद इस बात पर निर्णय लिया जाएगा कि बोर्ड परीक्षाओं की तारीख में बदलाव करना है कि नहीं. दिनेश शर्मा ने मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम में कहा कि पंचायत चुनाव में स्कूलों को मतदान स्थल बनाया जाता है और शिक्षकों की ड्यूटी भी चुनाव में लगाई जाती है, लिहाजा चुनाव आयोग ने परीक्षा को आगे बढ़ाने का अनुरोध किया है.
बता दें कि निर्वाचन आयोग आरक्षण की फाइनल लिस्ट आने के बाद 27 से 28 मार्च के बीच पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकता है. उम्मीद जताई जा रही है कि होली के बाद चार चरणों में पंचायत चुनाव होंगे। ऐसे में अब यूपी बोर्ड एग्जाम सीबीएसई की परीक्षाओं के साथ ही होने की उम्मीद जताई जा रही है.










