कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी : खतरा बच्चों पर ज्यादा होने की आशंका के मद्देनजर पीकू वार्ड तैयार

कोरोना की तीसरी लहर से पहले यूपी तैयार

खतरा बच्चों पर ज्यादा होने की आशंका के मद्देनजर पीकू वार्ड तैयार

लखनऊ। कोरोना की थर्ड वेब की आमद की आशंका वैज्ञानिक जता चुके हैं। सेकेंड वेब को कंट्रोल कर लिया गया है, यह बात और है कि कही न कही चूक तो हुई थी जिसकी वजह से मशक्कत बहुत करनी पड़ी। लेकिन कहावत है कि दूध का जला छाछ भी फूंक मारने के बाद ही पीता है। योगी सरकार इस बार चूकने वाली नहीं है। पहले से ही तैयारी कर रही है। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर की भी पहले से ही चेतावनी दे दी है और यह भी कहा है कि इस लहर में बच्चों के सबसे ज्यादा संक्रमित होने की संभावना है। इस बीच उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तीसरी लहर को रोकने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है यूपी में बारह साल से कम आयु वाले बच्चों के अभिभावकों के लिए स्पेशल टीकाकरण शिविर लगेगा। सरकार ने पीकू और पीकू के जिला अस्पतालों में स्थापना की कार्रवाई भी शुरू हो गई है। ग्रामीण क्षेत्र के हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूत करने की प्रक्रिया को हरी झंडी दी गई है। जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्रवाई में जोड़ा गया है और अस्पताल गोद लेने को कहा गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने की तैयारी में जुटे हुए हैं। आयुष कवच से बच्चों को जोड़ने के लिए नया फीचर तैयार किया जा रहा है। सरकार हर जिले में बच्चों के लिए अलग से वार्ड बना रही है। इन वार्ड में 20 से 25 बेड बच्चों के लिए होंगे। जापानी इंसेफेलाइटिस से निपटने के लिए तैयार 38 अस्पतालों को भी शामिल किया गया है। पूर्वांचल में जापानी इंसेफेलाइटिस के लिए 38 जिलों में बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाए गए थे।

लखनऊ के पीजीआई के डायरेक्टर की अध्यक्षता में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सरकार ने कमेटी भी बनाई है। कमेटी में लखनऊ मेडिकल कॉलेज, लोहिया संस्थान समेत कई विशेषज्ञ डॉक्टरों को रखा गया है। बच्चों के लिए दवा और बेड की उपलब्धता रहेगी साथ ही अलग से एंबुलेंस की व्यवस्था भी सरकार करेगी जिसे रिजर्व रखे जाने की बात कही गई है।

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