क्या वैक्सीन लगवाने के बाद भी हो सकता है कोरोना ?

दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर जारी है। इस लहर में भी डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल रहा है। इसी वैरिएंट के चलते दूसरी लहर में भारत में बड़ी संख्या में मौतें हुईं थीं। इस वैरिएंट के संक्रमण से बचने के लिए वैक्सीन प्रभावी माना जा रहा है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का मानना है कि फुल वैक्सीनेशन के बाद भी लोगों को इनडोर स्पेस में मास्क लगाना जरूरी है।

जून के आखिरी दिनों में WHO ने सभी लोगों से हमेशा मास्क पहन कर रखने का सुझाव दिया है। इस बारे में द कंवर्जेशन ने कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के फिजीशियन पीटर चिन हॉन्ग से बातचीत की। उन्होंने भी WHO के सुझाव का समर्थन किया है। आपको बताते हैं उन्होंने क्या कहा।

वैक्सीन लगवाने के बाद भी हो सकता है कोरोना
इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि जिस शख्स ने वैक्सीन की सभी डोज ले ली हैं, उसे भी कोरोना हो सकता है। हालांकि ऐसे मामले बेहद कम देखने को मिलते हैं, लेकिन इसकी आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। सिंगल डोज लेने के बाद संक्रमण होने के मामले ज्यादा हैं।

इस संदर्भ में भारत में हाल में हुई इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की स्टडी को देखा जा सकता है। इसके मुताबिक, वैक्सीन की एक डोज लगने के बाद कोरोना से संक्रमित हुए 677 लोगों में से 86% में डेल्टा वैरिएंट इंफेक्शन पाया गया।

नए वैरिएंट ज्यादा संक्रामक
डेल्टा, डेल्टा प्लस और गामा जैसे कोरोना के नए-नए वैरिएंट सामने आने के बाद संक्रमण का खतरा और भी बढ़ गया है। इन वैरिएंट्स में हुए म्यूटेशंस के चलते ये ज्यादा संक्रामक हो गए हैं और शरीर के इम्यून सिस्टम से बचकर पनपना इनके लिए आसान हो गया है। ये वैरिएंट्स में पिछले कोरोना संक्रमण में शरीर में बनी एंटीबॉडीज से भी बच निकल सकते हैं।

क्षेत्रों के हिसाब से संक्रमण का खतरा अलग-अलग
WHO के मुताबिक, वैक्सीन की दोनों डोज ले चुके लोगों को संक्रमण का कम खतरा बना रहता है, लेकिन यह खतरा क्षेत्रों के हिसाब से अलग-अलग है। ऐसे इलाकों में जहां पर वायरस के संक्रमण का खतरा ज्यादा है और वैक्सीन लगाने की दर कम है, वहां पर वैक्सीन लगे लोगों को संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। उनकी तुलना में जिस कम्यूनिटी में वायरस का संक्रमण पहले से कम है, वहां पर वैक्सीन लगे लोगों को संक्रमण को खतरा कम रहता है।

आपके मास्क पहनने से किसे होगा फायदा
अगर वैक्सीन लगने के बाद भी आपके कोरोना संक्रमित होने की संभावना है- भले ही यह बेहद कम हो- तो आपके जरिए दूसरे भी इससे संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में आपके मास्क लगाने से उन लोगों का बचाव होगा जिन्हें वैक्सीन नहीं लगी है। इसमें 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं, जिनके लिए अभी तक वैक्सीन उपलब्ध नहीं हैं। भारत के संदर्भ में12 से 18 साल के बच्चों के लिए जायडस कैडिला की वैक्सीन जल्द उपलब्ध हो सकती है।

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