
यूपी के गोरखपुर जिले में एक बेहद दिल को दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां रेप के आरोपियों की प्रताड़ना से तंग आकर एक नवविवाहिता ने शुक्रवार को खुदकुशी कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम घटना स्थल से नमूना एकत्रित कर उसकी जांच में जुट गई है।
आरोपियों को नहीं किया गिरफ्तार
आरोप है कि पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में जिनके खिलाफ केस दर्ज किया था उनकी गिरफ्तारी न होने से विवाहिता अवसाद में थी। विवाहिता के पास से एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें विवाहिता ने मौत के लिए दुष्कर्म के आरोपितों की प्रताड़ना को जिम्मेदार माना है। हालांकि पुलिस अभी यही नहीं तय कर पाई है कि विवाहिता ने खुदकुशी की है। पुलिस का कहना है कि पीएम रिपोर्ट के बाद मौत की वजह साफ होगी।
गैंग रेप कर बनाया था वीडियो
बांसगांव इलाके के चतुरबंदुआरी निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस को तहरीर दी है कि पड़ोसी गांव गजारी के मनीष यादव व सचिन यादव पुत्रगण पन्नेलाल यादव, प्रिंस यादव पुत्र नन्हेलाल यादव, शुभम यादव पुत्र सुभाष यादव, उदयभान यादव पुत्र अज्ञात व ग्राम डाड़ी रावत निवासी अपने ननिहाल में रहने वाला अभिजीत प्रजापति ने मेरी पत्नी और बहन के साथ महीनों पूर्व सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही अभिजीत ने अपने मोबाइल से वीडियो भी बना लिया था। अभिजीत और उसके साथी वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते पत्नी और बहन को ब्लैकमेल कर लगातार दुष्कर्म कर रहे थे।
खुलेआम घुम रहे थे आरोपी
एसएसपी के आदेश से बांसगांव पुलिस ने उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ 19 जून को धारा रेप एवं पॉक्सो एक्ट की धारा 5 व 6 के तहत केस दर्ज किया था। जिसकी विवेचना इंस्पेक्टर राणा देवेन्द्र प्रताप सिंह कर रहे हैं। इस बीच इंस्पेक्टर ने मुख्य अभियुक्त अभिजीत को गिरफ्तार कर उसे जेल भेजवा दिया था। दूसरी तरफ सरेआम घूम रहे अन्य आरोपी नीलम और मीना की हरकत जारी रहा।
आरोप है कि इससे तंग आकर महिला ने शुक्रवार को अपने कमरे में पंखे के सहारे गले में साड़ी बांधकर फांसी लगाकर जान दे दी। महिला ने अपने सुसाइड नोट में दुष्कर्म के आरोपितों को मौत का जिम्मेदार बताया है। सीओ श्यामदेव ने कहा कि शव का पीएम रिपोर्ट आने के पहले मौत की वजह बता पाना संभव नहीं है। पूर्व में दर्ज केस में मुख्य आरोपी को जेल भेजा जा चुका है। अन्य की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए एसएचओ को निर्देश दे दिया गया है।










