चीन-पाकिस्‍तान की बढ़ेगी मुसीबत, भारतीय सेना को मिलेंगे 1,750 स्‍वदेशी कॉम्बैट व्हीकल

भारतीय सेना की ताकत में बेहिसाब हिजाफा होने जा रहा है. सेना ने 1750 फ्यूचरिस्टिक इंफैंट्री कॉम्‍बैट व्‍हीकल खरीदने के लिए आरएफआई जारी किया है. यह खास लड़ाकू वाहन दुश्‍मन के टैंक को तबाह करने और सैनिकों की आवाजाही के लिए उपयुक्‍त होते हैं. सेना ने इसकी जरूरत बताई है और स्‍वदेशी एफआईसीवी के लिए यह आरएफआई जारी की है.

समाचार एजेंसी के अनुसार भारतीय सेना ने जानकारी दी है कि इस तरह के वाहनों को पूर्वी लद्दाख, रेगिस्‍तान और विषम स्‍थानों पर तैनात करने की योजना है. सेना इसके जरिये चीन और पाकिस्‍तान को कड़ा संदेश देगी.

चीन से हुए विवाद के दौरान भी महसूस हुई जरूरत
बताया जा रहा है कि एफआईसीवी प्रोजेक्‍ट पर लंबे समय से काम हो रहा था और सैनिकों को लाने-ले जाने व दुश्‍मन के टैंक तबाह करने में सक्षम इस वाहन की जरूरत हाल ही में लद्दाख में चीन से हुए विवाद के दौरान भी सामने आई थी.

लद्दाख में हुए अनुभवों के कारण भारतीय सेना 350 हल्‍के टैंक को भी चरणबद्ध तरीके से खरीदने पर विचार कर रही है. इसके साथ ही प्रदर्शन आ‍धारित लॉजिस्टिक्‍स, विशिष्ट प्रौद्योगिकियों, इंजीनियरिंग सहायता पैकेज और अन्य रखरखाव व प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने पर भी विचार हो रहा है.

भारतीय सेना ने कहा कि हल्‍के टैंकों को ‘मेक-इन-इंडिया’ और रक्षा अधिग्रहण प्रक्रिया (डीएपी)- 2020 के तहत खरीदने की योजना है. भारतीय सेना ने कहा है कि वह चाहती है कि उसके 25 टन से कम के टैंक का उपयोग उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र (HAA), सीमांत इलाके (रण), उभयचर संचालन आदि में संचालन के लिए किया जाए.