जितनी चलेगी गाड़ी, उतना पैसा सीधे कट जाएगा, रिंग रोड पर नहीं होंगे टोल नाके, यहाँ समझे पूरा गणित

जबलपुर (ईएमएस)। जिले में बन रही रिंग रोड कई मामले में मध्य प्रदेश की सबसे पहली होगी। जहां लम्बाई के मामले में यह प्रदेश की सबसे लम्बी रिंग रोड है, तो वहीं तकनीकी मामलों में भी यह देश की चुनिंदा सड़कों पर गिनी जाएगी।

यह मध्य प्रदेश की पहली ऐसी सड़क होगी जहां टोल तो लगेगा लेकिन टोल नाका नहीं होगा। रिंग रोड में चौपहिया वाहन जितने किलोमीटर चलेगा सिर्फ उतना टोल लगेगा। यह नई व्यवस्था टोल नाके की बजाए सीधे ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) के माध्यम से बनाई जाएगी। इसमें वाहन मालिक के नाम पर आबंटित फास्टैग के माध्यम से उसके बैंक खाते से राशि स्वत: कट जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की यह आधुनिक व्यवस्था बनने के बाद वाहन चालकों को सिर्फ निर्धारित दूरी तय करने का ही पैसा देना होगा। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने विगत माह टोल नाकों को बंद करने की योजना का ऐलान किया था। बताया जा रहा है कि सभी सड़कों पर यह प्रक्रिया लागू होने में अभी लम्बा समय लगेगा। लेकिन रिंग रोड के लिए यह व्यवस्था 2025 में रोड बनने के साथ ही लागू होगी। गौरतलब है कि जिले में प्रदेश की सबसे लम्बी रिंग रोड बनाई जा रही है, जिसकी लम्बाई करीब 118 किलोमीटर होगी। सड़क का निर्माण कार्य जारी है। जिसके 2025 तक पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। प्रोजेक्ट डायरेक्टर सोमेश बांझल ने कहा कि रिंग रोड में २०-21 पाइंट होंगे। यहां से राजमार्ग और शहर के अंदर से प्रवेश होगा। करीब २.80 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से शुल्क तय होगा। निर्माण लागत के हिसाब से इसमें बदलाव संभव होगा। बता दें कि करीब 3500 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड का निर्माण किया जा रहा है।

खबरें और भी हैं...