
नई दिल्ली(ईएमएस)। हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली पर प्रदूषण का संकट मंडराने लगा है। कारण ये है कि इसी मौसम में किसान पराली जलाते हैं और दीपावली पर पटाखे भी फोडे जाते हैं जिसके कारण प्रदूषण बढने की संभावना ज्यादा रहती है।
हालांकि दिल्ली सरकार ने एतिहात के तौर पर पटाखों पर प्रतबिंध लगा दिया है साथ ही चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी पटाखे फोडने के शिकायतें मिलती रहीं है। इसलिए लोग पटाखे नहीं फोडेंगे इसको लेकर संशय बना हुआ है। वहीं दूसरी तरफ जानकारों का मानना है कि नीनो के दौरान हवाएं काफी कमजोर रहती हैं जिसके कारण खतरा बढ जाता है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की निगरानी और शिकायतों के निवारण के लिए दिल्ली सरकार के नियंत्रण केंद्र के रूप में ग्रीन वॉर रूम बनाए है जो प्रदूषण पर नजर रखेंगे और जो भी शिकायतें मिलेंगी उनका तत्काल समाधान करेंगे। इसके अलावा जो डेटा मिलेगा उसका जानकार एनालेसस करेंगे। वहीं, मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, इस बार सर्दियों में एनसीआर के निवासियों को वायु प्रदूषण की अधिक मार झेलनी पड़ सकती है। दरअसल, अल नीनो के दौरान हवाएं काफी कमजोर रहती हैं। खासतौर पर सर्दियों में इनकी गति तीन से पांच किमी प्रति घंटे की रफ्तार से भी कम होने लगती है। इसीलिए वायु प्रदूषण से बचने के लिए इस बार एनसीआर में लोगों को पहले के मुताबिक अधिक प्रदषण का सामना करना पड़ सकता है।















