पहाड़ी आर्मी ने किया फूंका सरकार का पुतला

पार्टीसंस्थापक पर लगे मुकदमे वापस लेने की मांग

भास्कर समाचार सेवा

हल्द्वानी। पहाड़ी आर्मी के संस्थापक सदस्य प्रवीण सिंह काशी के ऊपर 11 धाराओं में मुकदमे दर्ज करने के विरोध में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। 14 सितंबर को गैरसैण में आंदोलन करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया गया था। पहाड़ी आर्मी ने सरकार से मांग की कि प्रवीण सिंह काशी पर लगे हुए झूठे मुकदमे वापस लिए जाएं और उन्हें बाइज्जत बरी किया जाए।

शुक्रवार को कालाढूंगी चौराहे पर पहाड़ी पहाड़ी आर्मी के कार्यकर्ताओं ने उत्तराखंड सरकार का पुतला दहन किया और कहा कि जब तक उत्तराखंड की स्थाई राजधानी गैरसैण नहीं बनाई जाती, उत्तराखंड के मूल निवासियों को 70 प्रतिशत स्थाई रोजगार नहीं दिया जाता, उत्तराखंड में सशक्त भू कानून और अनिवार्य चकबंदी कानून नहीं बन जाता तथा अन्य मांगें पूरी नहीं कर ली जातीं, तब तक प्रवीण सिंह काशी जेल में रहकर सत्याग्रह करेंगे, लेकिन बेल पर बाहर नहीं आएंगे। पहाड़ी आर्मी के संयोजक हरीश रावत का कहना था कि उत्तराखंड की सरकार आंदोलनकारियों का शोषण कर आंदोलनकारियों की आवाज दबाने के लिए उन पर मुकदमे दर्ज कर रही है, जो बर्दाश्त नहीं होगा। पूरे उत्तराखंड में सरकार का विरोध प्रदर्शन उग्र रूप से किया जाएगा।

कालाढूंगी चौराहे से तिरंगा पार्क और रोडवेज स्टेशन तक आक्रोश रैली निकाली, जनमत पत्र भरवाए और जनता से इस आंदोलन में जुड़ने के लिए अपील की। इस मौके पर हर्षवर्धन जोशी, आयुष कुमार, विनोद संवाद, कमलेश पांडे आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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